खबर लहरिया Blog खम्भा टूटने से दो साल से गुल है बिजली ग्रामीणों ने जताई नराजगी

खम्भा टूटने से दो साल से गुल है बिजली ग्रामीणों ने जताई नराजगी

एक तरफ कोरोना से पूरा देश जूझ रहा है,तो वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण स्तर में बिजली नसीब नहीं हो रही और लोग गर्मी से जुझ रहे हैं, ऐसी स्थिति में कैसे करे गुजरा यह मामला चित्रकूट जिले के ब्लॉक कर्वी गाँव  गोबरिया का है |

 ग्रामीणों का आरोप है 

लोगों का कहना है कि दो साल हो रहे हैं यहां तेज आंधी तुफान आने से बिजली का खम्भा टूट गया था,तब से गांव में बिजली नहीं है  पुरे गाँव में अन्धेरा छाया हुआ है,जिससे हम लोग काफी परेशान हैं, सरकार तो हर घर में बिजली पहुंचाने की बात कहती है, लेकिन वो वादा उन लोगों के हिसाब से झूटे सावित हो रहे है,क्योंकि 500 सौ की आबादी वाला ये गांव बीना बिजली अंधकार में है| इस समय कोरोना महामारी के चलते ये  स्थिति है कि लोगों को घर में रहने पैक रहने की बात कही जा रही है,तो कैसे रहे अपने घर में इस तरह की उमस भरी गर्मी में जहां बिजली तक नहीं आती| जब से खम्भा टुटा वह लोग परेशान है |

कई बार अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया कई शिकायत पत्र भी लिखा,लेकिन कोई सुनता ही नहीं है घर में बुजुर्ग लोग भी है उन्हें दीखता नहीं है यदि अँधेरा रहा तो कहीं गिरने का डर भी होता है इस समय बरसात का सीजन चल रहा है साप बिच्छू का भी डर है फ़ोन चार्ज नहीं हो पाता है और ना ही बच्चे पढ़ाई कर पाते है और ना ही हम लोगो को मिटटी का तेल  मिल पाता है, तो कैसे करे हम अपनी सुविधा और बचाव अभी हाल ही में 25 अगस्त 2020 को डीएम के पास ज्ञापन देने गये थे,लेकिन आश्वासन देते है की जांच के लिए भेजा जायेगा और हम वापस अपने घर चले आते हैं फिर कई दिन बीत जाते हैं कोई यहाँ गाँव के अंदर पूछने तक नहीं आता है कैसे विश्वास करें ऐसे में प्रशासन का जब प्रसाशन ही झुठा भरोसा दे रहा है क्योंकि उनको तो  वहां ऐसी का आराम मिलता है हम लोग तो आम जनता हैं चिल्लते रहते हैं

कई बार दरखास देने के बाद भी बिजली विभाग अधिकारी इस मामले से अन्जान


इस मामले बिजली विभाग के एक्शियन  मित्तल कुमार का कहना है

बिजली के संबध में हमारे पास कोई जानकारी नहीं आई है और ना ही अभी तक दरखास आई है यदि दरखास आती उसके पास तो वह जरुर कार्यवाही करते अब उनके संज्ञान में मामला आया है,तो जरुर इस पर जांच होगी और जल्द से जल्द खम्बा लगवा दिया जायेगा, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके

रजनी कुमारी