खबर लहरिया अब नये अवतार में आ गया हैं हमने कई शो लांच किया हैं जिसमें राजनीति रस और राय यह हमारा पाछिक शो हैं, पहले भोजपुरी कौन्दाउन महीने में एक बार आता था लेकिन अब हम आपके पास महीने में दो बार भोजपुरी गाने और हीरो की अलग अलग कहानी पहुचायेग कुछ मजेदार शो भी हमने लाच किया है हैं जिसमें आप जमकर मनोरंजन कर सकते है वो शो का नाम है चलो थोडा फिल्मी हो जाए . और साथ ही जायेकेदार खाना का शो भी है तो आप घर बैठे पायेगें चटपटे स्वाद का आडिया तो मुंह में आ गया न पानी . तो और भी बहुत कुछ नया अब देखने को हम ला रहे है नये अवतार में
अब थोडा देखते है की कौन सी वीडियो में आपने कमेन्ट किया है और क्या कमेन्ट है भाई कुछ अगर सवाल होगे आप के तो मैं जवाब भी देती हूँ तो अब सुरु करती हूँ जुलाई की माह की बात चीत जुलाई की कई स्टोरी को आपने पसंद किया और खूब कमेन्ट भी किये हो जो की बहुत अच्छी बात है मुझे अच्छा लगता है अब आपलोग कमेन्ट करते है कई स्टोरी सवाल भी उठाते है तो मुझे लगता की कई सवालों के जवाब मै नाम के साथ देना चाहती हूँ
सबसे पहली स्टोरी जिसको हमने 1 जुलाई को पब्लिश किया था और इस खबर को अब तक में एक लाख पाच सौ सत्तर लोगों ने देखा है वो है बुन्देली शादी इसको समने बुन्देली भाषा में किया था जिसको आप सबने देखा और खूब सबको मजा भी आया है न
अमेंट में भी लोगों ने बुन्देली भाषा से ही लिखा है जैसे कई लोगों ने लिखा है बहुत नीक लीग य स्टोरी
खान साहब इस स्टोरी के बारे में लिखते हैं की वो महोबा के रहने वाले है लेकिन कई सालो से दिल्ली में फैमली के साथ रहते हैं इस स्टोरी को देख कर उनको बुन्देल खंड की सीन दिखाई दी और पुरानी यादे ताज़ी हो गई खान साहब आप को बहुत बहुत शुक्रिया की आप दिल्ली में रहकर भी अपने गाँव घर के फेलेवर खबर लहरिया से पाते हैं तो साथियो जिस तरह की खबरें आप देखना चाहते हैं आप अपनी बाते मेरे साथ सेयर करें
जासूस या जर्नालिस्ट एपिशोड 12 को ३२३३ लोगों ने देखा और कमेन्ट भी किया है
राजेश कुमार यादव ने कहा की इन गरीबो को न्याय मिलना चहिये जी राजेश जी बिलकुल न्याय मिलना चहिये हम लोग ऐसी स्टोरी में खबर लहरिया के तहत गरीबो की आबाज को प्रशासन और सरकार तक पहुचा रहे रहें लोगों को न्याय मिले यही हमारी कोशिश रहती है
इस शो में कई लोगों ने गाली का प्रयोग भी किया में यहाँ पर उनका नाम नहीं लेना चाहती लेकिन ये जरुर कहुगी की आप लोग अपने विचार और कमेन्ट लिखे गाली और अभद्र शब्दों का प्रयोग न करें
विपिन शिवहरे ने बुन्देलखण्ड राज्य वाली स्टोरी में कमेन्ट कर रहे हैं की बुंदेलखंड एक ऐसा क्षेत्र है जो सबसे ज्यादा राजस्व उत्तर प्रदेश को देता है फिर भी बुंदेलखंड पिछड़ा हुआ है ना यहां रोजगार हैं और ना ही यहां रोजगार के अवसर है .यहां के युवा दूसरे प्रदेशों में भटक रहे हैं सबसे बुरी स्थिति है बुंदेलखंड की पूरे देश में. जब तक बुंदेलखंड अलग राज्य नहीं बनेगा तब तक यहां कभी भी विकास नहीं हो सकता और ना हीयहाँ की बेरोजगारी दूर हो पाएगी इतना अधिक राजस्व देने के बावजूद भी यह अलग राज्य नहीं बनाया जा रहा है क्योंकि इस राजस्व से उत्तर प्रदेश के अन्य महानगरों जैसे कानपुर, लखनऊ,आगरा आदि काविकास हो रहा है परंतु बुंदेलखंड के जिले विकास से आज तक अछूते हैं.