8 दिसम्बर की सुबह दिल्ली के रानी झांसी रोड पर मौजूद अनाज मंडी में आग लग गई आगजनी का सिलसिला रुक नहीं रहा . जिसमे लगभग 43 लोग की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए.घायलों को एलएनजेपी, हिंदू राव और राएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार आग पहले गत्ते की एक फैक्ट्री में लगी जो बढ़ कर अनाज गोदाम तक पहुँच गई. पुलिस फिलहाल फैक्ट्री मालिक की तलाश में जुटी है. पुलिस ने बताया शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी. बचाव के लिए 30 दमकल गाड़ियों को बुलाया गया जिसके बाद आग पर काबू पाया गया. हलाकि एम्बुलेंस पहुँचने में थोड़ी परेशानी हुई क्यकि वह गली बहुत पतली सी है.लेकिन राहत कार्य अभी भी चल रहे हैं.
अनाज मंडी में आग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने इमारत के मालिक रेहान को गिरफ्तार कर 9 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 14 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। आगजनी का सिलसिला दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है
इस आग से झुलसे लोगों से अभी भी अस्पताल भरा हुआ है तभी 10 दिसंबर को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के किराड़ी इलाके के फर्नीचर मार्केट के एक गोदाम में आग लग गई। दिल्ली के दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दमकल की कम से कम आठ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया है।हलाकि घटना के समय गोदाम में कोई नहीं था इस लिए किसी की जान नहीं गई।
आपको बता दें ये आग की कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी दिल्ली के कई इलाकों में आग लगी है लिसमे जान माल का नुकसान हुआ है.
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इसके बाद भी सरकार अब तक चेती नहीं है और लगातार आग की घटनाएं होती है, लोगों के जान जा रहे हैं.