पिछले दिनों कई लोगों द्वारा यूपी के हमीरपुर यमुना पुल के नीचे शवों को बहते हुए देखा गया था। जिसे लेकर लोगों का कहना था कि शव कोरोना से संक्रमित लोगों के हैं। जबकि जिलाधिकारी द्वारा इस बात से साफ़ इंकार कर दिया गया है।
यूपी के हमीरपुर जिले में यमुना नदी में रविवार, 9 मई को लोगों द्वारा बहते शव देखे जाने की खबरें सामने आ रही थीं। जिसमें यह कहा जा रहा था कि नदी में बहते शव कोरोना संक्रमितों के हैं। जिनकी लाशों को नदी में बहा दिया गया है। खबर सामने आने के बाद कई लोगों में डर भी समा गया था। वहीं लोगों के मन में कई तरह के सवाल भी उठ रहे थें। हालांकि, जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सोमवार, 10 मई को लोगों द्वारा किये जा रहे सभी दावों को खारिज़ कर दिया गया।
कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के नहीं थे शव
हमीरपुर के जिला अधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने सभी दावों को झूठा ठहराते हुए सोमवार को एक बयान जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि पहली दृष्टि में कोई भी शव कोरोना से संबंधित नहीं पाए गए। उन्होंने लाशों को लेकर लोगों से बातचीत भी की। जो शव पाए गए थें, वह सामान्य पारम्परिक शव थें। किसी भी शव को उस तरह से पैक नहीं किया गया था, जिस तरह से कोरोना से संक्रमित हुए मौत वाले व्यक्ति को किया जाता है।
वह आगे कहते हैं कि सभी शवों का दाह संस्कार सम्मानजनक तरीके से किया गया है। उन्होंने कहा कि 6 मई को उन्हें हमीरपुर नदी में यमुना नदी पुल के नीचे मिले शव के बारे में सूचना मिली थी। जिसके संबंध में घटनास्थल का निरक्षण इंस्पेक्टर-इन-चार्ज कोतवाली और नायब तहसीलदार (सदर तहसील), हमीरपुर द्वारा किया गया था। मौके पर चार शव बहते मिले थे। वहीं एक शव नदी के किनारे पाया गया था। जांच में स्थानीय लोगों ने बताया कि वह शव उनके परिवार के सदस्यों के थे। जिन्हें यमुना नदी में डुबोया गया था।
पानी कम होने से शव आ गए ऊपर
स्थानीय मछुआरों ने अधिकारीयों को बताया कि लोगों द्वारा अपने मृत परिजनों को पत्थर से बांध कर नदी में डाल दिया गया था। नदी में पानी कम होने की वजह से शव ऊपर आ गए। मछुआरों ने आगे कहा कि कुछ शवों को पूरी तरह से जलाये बिना ही नदी में फेंक दिया गया था।
द पोस्ट रीडर की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बताया कि इस समय पंचक नक्षत्र चल रहा है। इस दौरान परंपरा के अनुसार बहुत से लोग शरीर का दाह संस्कार नहीं करते और शव को पानी में प्रवाहित कर देते हैं।
इसके साथ ही पड़ोसी जिले कानपुर को भी आवश्यक वैधनिक कार्यवाही करने के लिए सूचित किया गया है। पुलिस बल अब घाट पर कड़ी निगरानी रख रही है। हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने एजेंसी से बातचीत में माना कि कुछ स्थानीय निवासियों ने यमुना नदी में शवों को बहते हुए देखा था। सिंह ने कहा कि पांच शव थे। जिनमें से एक शव आंशिक रूप से जल गया था। शवों को अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
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