25 दिसंबर यानी क्रिशमस डे की तैयारी खूब धूमधाम से बडे शहरो मे चल रही है इसे जिसे लोग बडे दिन के नाम से जानते हैं। जैसे-जैसे क्रिसमस का त्योहार नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे इसकी तैयारियां तेज होती जा रही हैं। शहर के बाजार और मॉल्स में खरीदारी शुरू हो गई है। हैंगिंग सेंटा क्लॉज, पेंसिल, वैल, स्टार आदि की मांग बढ़ रही है। जिंगल वेल बोलने वाले रोबोटिक सेंटा क्लॉज को खूब पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा मैरी क्रिसमस ट्री लोगों को लुभा रहा है। शहर के मॉल्स प्रबंधकों का कहना है कि क्रिसमस के दिन खरीदारों को सरप्राइज दिया जाएगा। उन्हें गिफ्ट्स बांटने के लिए सेंटा पहंुचेंगे। मॉल्स में बच्चों को लुभाने के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। सेंटा क्लॉज व क्रिसमस ट्री से पूरे परिसर को सजाया जा रहा है।
शहर में तमाम दुकानें क्रिसमस और नववर्ष के सामान की बिक्री के लिए सजकर तैयार हो चुकी हैं। दुकानों के बाहर सेंटा क्लॉज और क्रिसमस से जुड़े उत्पाद बिक्री को लेकर सज गए हैं।
1, 2 दसक पहले बडा दिन हर जाति धर्म के लोग खुशी खुशी मनाते थे और साथ ही नया साल आने की तैयारी भी शूरू हो जाती थी। लोग ग्रिटिंग देते हैं शेर शायरी लिखते धीरे धीरे बाकी के त्योहार मे कुछ कमियां हुई तो कुछ बढोतरी भी लेकिन क्रिश्मश डे की धूम कम होती गई हमारे बुन्देलखण्ड मे तो न के बराबर हो गई।
हम ये धूम देखने लखनऊ पहूंचे जहां बजारो मे खूब किशमश ट्री सान्ता क्लोज के सजे हुए बच्चे की मस्ती लाल लाल सांता क्लोज के कपडे खूब अच्छा लगा। वहां के इसाई धर्म के बच्चों से बात की जो खूब मस्ती करते दिखे और खूब खुश भी।क्रिसमस तो सबने देखा पर आज देखें बुंदेलखंड में कैसे मनाते हैं पुसवल का त्यौहार
बच्चों ने बताया वो एक साल इन्तजार करते हैं 25 दिसम्बर का और एक महिने पहले से घर घर जा कर अपने इसामसी का संदेश देते हैं। सब मिलकर रहो गरीबों की मदद करो खुशियां बांटो।
लखनऊ हजरतगंज के बड़े गिरजाघर के फादर ने कहा वो इसदिन इसामसी का जन्मदिन बनाते हैं और सांता क्लोज जो एक बहुत अच्छे संत थे उनका जो तरीका था गरीबों की मदद करना हम वो भी करते हैं।