चित्रकूट: तूफ़ान आने से गिरा घर, टूट गया हाँथ पर आज तक नही मिला आवास :जिला चित्रकूट ब्लाक मऊ गांव सेमरा नहरपुरवा यहां 50 साल से कई लोगों का आवास नहीं मिला है जैसे यहां के चंदा देवी और राजकली 10 साल से झोपड़ी बनाकर रह रहे थे अभी हाल में ही 15 दिन पहले तूफ़ान आया है तूफान से पूरी झोपड़ी उड़ गई है और उस महिला का हाथ टूट गया है इनको आवास नहीं मिला है अभी तो किसी ना किसी तरह गुजारा कर लेती हैं गर्मी का सीजन है लेकिन बरसात के सीजन में इनको बहुत परेशानियां होती है क्योंकि बारिश होती है पूरा घर पानी में भर जाता है भी जाता है बच्चों को सोने के लिए भी जगह नहीं रह जाती है इस तरह की स्थितियां है पति परदेश में है इनके पास इतना पैसा भी नहीं है कि अपने से घर बना सके इस समय तो मजबूरी भी नहीं लगती है किए अपना पेट ही पाल सके इस तरह की स्थितियां हैं एक तो खाने के लिए दिक्कत दूसरी घर ही रहने के लिए नहीं है एक महीना बाद बराबर बाद होने वाली है बरसात में झोपड़ी इतना चूती है कि रहने के लिए जगह नहीं होती है कि कहां बच्चे को हैं और कहां आटा सीधा रखें प्रधान से कई बार कहा गया प्रधान कहना होता है कि मिलेगी पर अभी तक कॉलोनी नहीं मिला है प्रधान रामसिरोमणी भाई प्रतिनिधि बिजय का का कहना हाय की मेरे प्रधानी में 38 लोगों को आवास मिला है और जिन को नहीं मिला है सूची में नाम डलवा दिए हैं जैसे सरकार की तरफ से साइट खुलेगा को आवास दिया जाएगा चंदा के लिए जो झोपड़ी उड़ गई थी और हाथ टूट गया है लेखपाल को अपने तरफ से बुलाकर सर्वे करवा दिए हैं अभी बहुत लोग पात्र हैं तुमको आवास नहीं मिला है उनको बहुत जल्दी ही दिया जाएगा सचिव कमलेश का कहना है कि अभी तो हाल में ही सरकार के तरफ से साइड आवास वाली बंद है जैसे खुलेगी जो पात्र लोग हैं उनको आवास दिया जाएगा अभी तो लाख डाउन चल रहा है कोई निश्चित नहीं है कि कब यह आवास वाला साइट खुलेगा जैसे खुलेगा बहुत जल्दी ही दिया जाएगा