खबर लहरिया Blog नहीं मिले आवास, पन्नी डालकर रहने को मजबूर लोग 

नहीं मिले आवास, पन्नी डालकर रहने को मजबूर लोग 

नहीं मिले आवास, पन्नी डालकर रहने को मजबूर लोग  :ललितपुर जिले के ब्लॉक महरौनी गाँव कुम्हैडी में लोगों का आरोप है की बीस सालों से कोई भी आवाज नहीं मिला है| वह  लोग आज बीस साल से परेशान हैं आवास के लिए कई बार प्रधान से कहा पर किसी ने सुनवाई नहीं की है और वह पन्नी डाल कर रहने के लिए मजबूर हैं| जिससे उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि एक घर के अलावा दूसरा घर भी नहीं है| जब बारिश होती है, तो पन्नी से नीचे अंदर पानी आता है हम लोग  बैठ भी नहीं पाते और हमारा ग्रहस्ती का सामान और अनाज भी खराब हो जाता है जो हम खाने के लिए रखते हैं| वो सभी खराब हो जाता है| हमारे पास इतना पैसा नहीं है कि हम अपने घर बनवा लें और ना तो जमीन है मजदूरी करते हैं और उसी से हमारे भरण-पोषण का ही गुजारा नहीं चलता मकान कहां से बनाएंगे| हम लोगों के छोटे-छोटे बच्चे हैं उनका पेट पालना पड़ता है इससे बहुत परेशान हैं पर हम गरीब लोगों की कोई नहीं सुनता अगर शिकायत करने जाओ तो भी कोई नहीं सुनता

हम लोग चाहते है की हमारा आवास बन जाता तो अच्छा होता  कम से कम बारिश के पानी से तो बच पायेंगे और अपने बच्चों को भी बचा पाएंगे| जिससे हम सुरक्षित भी रहेंगे और इस तरह समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े गा कहीं से मजदूरी करके आते तो अपने घर में बैठते हैं

गाँव की प्रधान कमला देवी का कहना है कि गाँव की आबादी ज्यादा है और यहां कुछ आवास आए हुए थे जो बन चुके हैं कुछ लोग रह गए हैं जो लोग परेशान हैं उनके नाम हमने लिस्ट में दिए हैं और ब्लॉक में जमा कर दिया है जैसे ही ऊपर से बजट आने लगेगा तो बनवा दिए जाएंगे धीरे-धीरे सब के आवास बनना है जो पात्रता में आता है हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जो लोग परेशान हैं उनके आवास बन जाए|

सिक्रेटरी खेमचंद का कहना है कि वहां पर करीब 60 आवास बन चुके हैं और करीब अभी 100 लोग बाकी हैं जिनका आवास नहीं बना हैं तो उनके भी बनवाए जायेंगे| पता नई कब मिले आवास इन लोगों को