जिला चित्रकूट ब्लॉक रामनगर गाँव रामनगर के लोग सरकारी सोसाइटी में गल्ला बिक्री के लिए जाते हैं। लोगों का कहना है कि उन्होंने बिक्री के लिए सब कुछ ऑनलाइन करवाया था। दो महीने हो गए। जब उनका नंबर आया तो उस दिन बारिश हो रही थी। जिसकी वजह से उनके अनाज की तौल नहीं हो पाई। लोगों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा आज-कल करके टालमटोल किया जाता है। जिससे की किसान बहुत परेशान है। वह कहते हैं कि गेहूं के लिए उन्होंने ब्याज पर पैसे लिए थे। अगर गेहूं बिक जाता तो वह भी अपना कर्ज़ा दे देते।
तकरीबन दस लोग अब भी अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं। वह लोग रोज़ अपना किराया लगाकर सरकारी सोसाइटी में पहुचंते हैं। लेकिन कुछ नहीं होता। सब मज़दूरी करते हैं और रोज़-रोज़ किराया लगाकर आ पाना मुश्किल होता है। वह कहते हैं कि उन्हें यहां गेहूं का सही दाम मिल जाता है। इसी वजह से वह यहां आते हैं। अन्य जगह गेहूं 15 सौ रूपये खरीदा जा रहा है और यहां 19 सौ रूपये है।
सरकारी धान क्रय केंद्र, रामनगर, सुधीर यादव, सचिव राजबहादुर का बेटा, का कहना है कि वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। 1 मई से 15 जून तक गेहूं की तौल हुई थी। लगभग 80 किसानों की तौल हुई है। गोदाम में तीन हज़ार बोरियां पड़ी हुई हैं। लेकिन उन्हें ले जाने का कोई साधन नहीं है। जिसकी वजह से वह खुद भी परेशान हैं। कुछ दिन पहले एक ट्रक आया था जिसमें दस बोरियां भेजी गयी थीं।
रामनगर के सहकारी समिति के अध्यक्ष पारुकनंदन मिश्रा से हमारी फोन पर बात हुई। जिसके अनुसार इनका कहना है कि अनाज रखने के लिए जगह नहीं है। वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि अनाज की तौल हो सके। इस बारें में प्रशासन को ध्यान देना ज़रूरी है। उनकी तरफ से कई बार आगे भी शिकायत की गयी।
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