सरकार द्वारा देश के विकास के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, जिनमें से एक ‘सौभाग्य योजना’ है। इस योजना को सरकार ने 2017 में लागू करवाया था। इस योजना के अंतर्गत शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब घरों में बिजली प्रदान करवाना है। योजना का उद्देश्य था कि कोई भी घर अंधेरे में न रहे। लेकिन यह बात सिर्फ कागज़ों पर ही दिखाई देती है। आज भी ऐसे क्षेत्र है जहां बिजली का नमोनिशान नहीं है।
जिला चित्रकूट के ब्लॉक मऊ, गांव खोहर, मजरा कलोनी, पुरवा मैदाना, गेरूहा पुरवा में बिजली का बहुत ही बुरा हाल है। यहाँ के लोगो का आरोप है कि घरों में रात को अँधेरा ही रहता है। बिजली रहती ही नहीं है।
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इस पुरवा पर किसी का ध्यान नहीं
गांव की निवासी सुमन का कहना है कि आस-पास के गांव में बिजली तो है लेकिन यहाँ कोई ध्यान नहीं देता। यह इलाका जंगल की तरफ़ पड़ता है, इसलिए यहाँ रात को बाहर निकलने में डर लगता है। जंगली इलाका होने की वजह से यहाँ सांप, बिच्छू रहते हैं। गर्मी की वजह से भी यहाँ के लोग काफ़ी परेशान हैं। इनके पास इतने पैसे भी नहीं है कि यह रोज़-रोज़ मोमबत्ती खरीद सकें। अब तो लोगों को मिट्टी का तेल मिलने में भी बहुत मुश्किल होती है। यहां पर कई रातें अँधेरे में ही गुज़र जाती है।
प्रधान सिर्फ वोट मांगने आते है फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखते
यहाँ के लोगों ने खबर लहरिया से बातचीत में बताया कि यहाँ जब चुनाव का महीना आता है तो सारे प्रधान उसी समय यहाँ पर दिखाई देते हैं। जब सबको वोट मांगना होता है तभी वह यहाँ आते हैं और काफ़ी बड़े-बड़े वादे करके जाते हैं। बाद में कोई इस जगह का ध्यान नहीं देता।
लोगों का कहना है कि यह गांव जैसे 10 साल पहले था, वैसा आज भी है। विकास तो यहाँ हो ही नहीं रहा। आज देश कितनी प्रगति कर रहा है। आस-पास के शहरों और गांव में फ़ोन की सुविधा है। बिजली की सुविधा है, लेकिन यहाँ पर कुछ भी नहीं है। हमारे कुछ रिश्तेदार जो बाहर रहते हैं उनसे बात करने के लिए भी काफ़ी परेशानी होती है। अगर यहाँ पर बिजली की आपूर्ति होगी तभी तो यहाँ का विकास होगा तभी तो यहाँ के बच्चे भी पढ़ सकेंगे और आगे बढ़ सकेंगे।
उनका कहना है यहाँ जितने भी प्रधान आये, उन्होंने बस यही कहा कि बिजली विभाग में लिखित में शिकायत दर्ज किया है, लेकिन आज तक कोई हल सामने नहीं आया है। आज यहाँ पर बिजली की आपूर्ति हो चुकी होती।
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बिजली विभाग के कर्मचारी ने दिया आश्वासन
मऊ बिजली विभाग के जे.ई अर्जुन सिंह ने खबर लहरिया से बातचीत में कहा कि इस क्षेत्र में अगर बिजली की आपूर्ति नहीं हुई है तो वह इस जगह पर सर्वे करवाएंगे। जहाँ-जहाँ कनेक्शन नहीं है वहां पर बिजली का पोल लगवाएंगे। वह लाइट की सुविधा दिलवाने की पूरी कोशिश करेंगे।
वैसे तो सरकार ने जुलाई के महीने में दोबारा सौभाग्य योजना 2022 की शुरुआत की है। इस योजना में भी वही बातें हैं कि देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के गरीब घरों को बिजली की सुविधा फ्री में दी जाएगी। अब देश की आर्थिक स्थिति तो वैसे भी बेहाल है, देखना यह है कि इस योजना के अंतर्गत देश के कितने घरों को बिजली की राहत मिलती है।
इस खबर की रिपोर्टिंग सुनीता देवी और आमरा आमिर द्वारा लिखा गया है।
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