चित्रकूट: न खाना मिला न ही पानी, सुनिए क्वारंटीन में बंद मजदूरों की दास्तान :जिला चित्रकूट ब्लाक मऊ गांव खोहर मजरा घुरवा यहां प्रदेश से आए हुए लोग स्कूल में लगभग दसों लोग क्वारंटीन हो कर ठहरे हुए थे वहां 9 लाइट की व्यवस्था न शौचालय की व्यवस्था कुछ नहीं थी और ना कुछ फैमिली वाले हैं उनकी जांच नहीं हुई है क्योंकि घुरवा से 25 किलोमीटर मऊ समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है इस कारण से वह प्रदेश से पैदल आए हुए हैं और फैमिली वाले हैं उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं वाहन की व्यवस्था नहीं है इस कारण से वह जांच भी नहीं करवा पाए उनका यह कहना है कि यहां डॉक्टर आकर जांच कर जाएं तो ज्यादा ठीक है हमारे पास दो हजार एक गाड़ी का पैसा लगेगा मेरे पास इतना पैसे नहीं है कि हम गाड़ी बुक कर के चले जाएं इस तरह की स्थितियां हैं जो प्रदेश से आए हुए हैं किसी न किसी तरह तो जो सरकार की तरफ से नियम था वह 14 दिन का पालन किए हैं लेकिन पैसा ना होने के कारण मजबूर हैं जांच करवाने के लिए और प्रधान से भी बोला जाता है प्रधान किसी तरह का मदद नहीं करते हैं वहां शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं इसी तरह बिजली भी वहां नहीं है लेकिन 14 दिन का वह पालन किए हैं जो सरकार की तरफ से नियम था लेकिन जांच के लिए उनकी कोई व्यवस्था नहीं हुई है इस तरह से जो प्रदेश से आए हुए मजदूर वह परेशान हैं उनका यह कहना है हमारे गांव में पुरवा और चूहा में लगभग दो ढाई सौ प्रदेश से आए हुए हैं कुछ लोग का तो जांच हो गया है लेकिन जो फैमिली वाले हैं उनको बहुत दिक्कत हुई खोहर प्रधान कुनकू का कहना है कि हम अपने तरफ से कई बार डॉक्टर को फोन किया लेकिन नहीं आए और जीएम साहब को भी कहें जो वहां का शौचालय लाइट नहीं है उसमें काम चल रहा है अब मैं खुद स्कूल का साफ-सफाई और शौचालय काम लगवा कर पूरा करूंगा जो पर्दे से आएंगे उनका भी सहयोग करेंगे क्योंकि अभी डीएम साहब का निर्देश आया है कि स्कूल में कोई प्रदेश से आए हुए लोगों को नहीं रोकना है उनका यह कहना है