चित्रकूट जिले में 12 जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण के लिए अभियान शुरू होगा। जो 25 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान साफ-सफाई के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।
चित्रकूट जिले में 21 जून को जिले के सभी आला अधिकारियों की मौजूदगी एवं जिलाअधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए बैठक की गई।
मलिन बस्तियों को चिन्हित कर जागरूक करने के निर्देश
जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने कहा कि नगर पालिका कर्वी में जितनी नालियां है तथा जहां-जहाँ जलभराव होते हैं वहां पर दवाई डाली जाए जिससे बीमारियां न फैले। उन्होंने कहा कि नगर निकाय सबसे महत्वपूर्ण है इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जहां जल भराव होता है वहां पर एंटी लारवा का छिड़काव कराया जाए। मलिन बस्तियों को चिन्हित कर सूअर पालन करने वाले परिवार के लोगों के साथ एक बैठक करके उनको इस बीमारी के बारे में बताया जाए। साथ ही यह भी बताया जाये की साफ-सफाई रखें ताकि बिमारियों का खतरा न हो।
शहर में जलभराव गंदगी, गोवंशो को बाड़े में पहुंचाने के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि उनको सुरक्षित बाड़े में पहुंचाया जाए। राजापुर, मानिकपुर, मऊ अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई होनी चाहिए तथा जलभराव कहीं पर न हो। इसी प्रकार पंचायती राज, बाल विकास एवं पुष्टाहार, पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग, उद्यान विभाग आदि विभागों के बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। साथ ही जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिया की अपने कर्मचारियों के माध्यम से प्रशिक्षण तथा सामंजस्य स्थापित कर संचारी रोग का निवारण करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि जो शासन से विशेष संचारी रोग नियंत्रण के संबंध में गाइडलाइन जारी की गई है उसी के अनुसार कार्यक्रम आयोजित कराए जाए।
क्या है संचारी रोग?
रमाकांत चौरिया महिला विशेषज्ञ का कहना है कि मानूसन दस्तक दे चुका है। ऐसे में बरसात पड़ने के साथ-साथ संचारी रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ने लगता है। कोरोना काल में जहां लोग कोरोना संक्रमण से बचाव में लगे हैं। उन्हें संचारी रोगों से बचाव की भी बहुत आवश्यकता है। संचारी रोग व कोरोना के लक्षण एक जैसे ही दिखाई पड़ते हैं। इसलिए जरूरी है कि खास सावधानी बरती जाए।
संचारी रोग के लक्षण एवं बचाव
संचारी रोग में मलेरिया, डेगू, हैजा़, कालरा, बुखार, दिमागी बुखार जैसी बिमारी होती है। ऐसे ही लक्षण कोरोना संक्रमण में भी दिखाई पड़ते हैं। इसलिए यदि किसी भी व्यक्ति में इस प्रकार के लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। खुद ही उपचार न करें। केवल सावधानी ही रोगों से बचाने में सहायक है।
घर-घर जाकर संचारी रोगों से बचाव के तरीके बतायेंगे
इन्तियाज़ अहमद अपर सीएमओ ने बताया की इस समय जो भी बिमारियां हो रही हैं उनकी रोकथाम के लिए 12 जुलाई से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा।दस्तक अभियान में बुखार, टीबी और कुपोषित बच्चों का सर्वे होगा आशा बहुएं घर-घर जाकर सर्वे करेंगी और उस हिसाब से उनका इलाज होगा।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्री गणेश प्रसाद सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी इम्तियाज, जिला विद्यालय निरीक्षक श्री बलिराज राम, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री सीएल चौरसिया, जिला कृषि अधिकारी श्री बसंत कुमार दुबे, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के पी यादव और जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
इस खबर की रिपोर्टिंग नाज़नी रिज़वी द्वारा की गयी है।
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