खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट: एम्बुलेंस कैसे पहुंचे? जब सड़क ही नहीं बनी

चित्रकूट: एम्बुलेंस कैसे पहुंचे? जब सड़क ही नहीं बनी

जिला चित्रकूट के ब्लॉक मानिकपुर के गाँव गढ़चपा के मजरा बडेहार में संपर्क मार्ग सड़क नहीं बनी है, यह रास्ता लगभग 5 किलोमीटर लंबा और मानिकपुर को जोड़ता है। यहाँ मौजूद सड़क पूरी तरह से कच्ची है और ऊबड़-खाबड़ है। ग्रामीणों को पक्की सड़क न बनने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि जब भी कोई बीमार पड़ता है तब इन्हें चादर की डोली बनाकर या चारपाई पर मरीज़ को डालकर अस्पताल तक ले जाना पड़ता है। न ही कोई एम्बुलेंस यहाँ आती है और न ही कभी कोई अधिकारी यहाँ मुआयना करने आया है।

लोगों का कहना है कि गाँव में सड़क न होने के कारण न ही कोई एम्बुलेंस समय पर यहाँ पहुँच पाती है और न ही मरीज़ों को समय पर अस्पताल पहुँचाया जा सकता है। जब भी कोई बीमार पड़ता है, तो ये लोग कपड़े की डोली बनाकर मीलों का सफर तय करके मरीज़ को लेकर मानिकपुर पहुँच पाते हैं। इन लोगों के लिए अब पथरीले रास्तों से होकर मीलों की दूरी तय करना अब दिन पर दिन मुश्किल होता जा रहा है। लेकिन कई बार शिकायत करने के बावजूद भी अभी तक गाँव में सड़क बनने की कोई उम्मीद नहीं लग रही है।

लोगों ने बताया कि इस तरह की परेशानियां आए दिन यहाँ हुआ करती हैं, लेकिन गाँव के प्रधान के साथ-साथ विभाग में भी कई बार शिकायत करने के बावजूद भी अबतक इस गाँव में सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ है।

पी डब्ल्यू डी के सहायक अभियंता के. एस. गौतम का कहना है की 2011 में उस गाँव की आबादी करीब 250 थी, और सड़क निर्माण सिर्फ 300 से अधिक आबादी वाली गावों में ही होगा। लेकिन अब वो जांच करवाएंगे और जब भी दोबारा से सर्वे होगा उसके बाद सड़क निर्माण शुरू करवाया जाएगा।

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