छतरपुर जिले के मोरवा गांव में 600 की आबादी की दलित बस्ती में एक हैंडपंप लगा है जिसकी टोटी और हत्था कई माह से टूटा पड़ा है। ग्रामीणों का आरोप है कि इसी टूटी हुई टोटी से वह लोग पानी भरते हैं जिससे जंग भरा पानी निकलता है। काफी बार शिकायत भी की लेकिन अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है।
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गांव भर में एक ही हैंडपंप है और वह भी टूटा पड़ा हुआ है। महिलाएं सुबह से नंबर लगाती हैं तब जाकर पानी मिलता है। अधिकारी से मांग करने जाते हैं तो कहते हैं, हो जाएगा लेकिन जब से इसी तरह पड़ा हुआ है।
जब इस बारे में जिला छतरपुर के कार्यपालन अधिकारी संजय कुर्रे से बात की तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी टीम को भिजवा देता हूं और वहां पर जो टूटा है उसको मैं नया डलवा दूंगा।
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