मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के वार्ड नंबर 7 में पानी के लिए महिलाओं की जद्दोजहद थम नहीं रही है। यहां करीब 250 की आबादी वाले इलाके में एकमात्र सार्वजनिक हेडपंप है, लेकिन उसमें डंडा ही नहीं लगा। मजबूरी में महिलाएं लोहे की छड़ लगाकर पानी खींचती हैं, जिससे उनके हाथों में भी चोट लग जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। हैरानी की बात है कि इसी वार्ड में मंत्री जी का घर भी है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों का कहना है कि जिनके घर बोरिंग है वो तो किसी तरह पानी का इंतजाम कर लेते हैं, लेकिन जिनके पास नहीं है, उनके लिए यह हेडपंप ही सहारा है। अब महिलाओं की मांग है कि जल्द से जल्द इस हेडपंप में डंडा लगवाया जाए।
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