Chapra News: जिला छपरा, गांव पील्खी। यहां पिछले एक महीने से बारिश न होने की वजह से किसान बेहाल है। गांव में लगभग 80 प्रतिशत किसान हैं। किसानों के खेतों में धान की रोपाई हो चुकी है लेकिन बारिश न होने से ज़्यादातर फसलें सूख रही हैं। पानी न मिल पाने से धान का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है। पानी की कमी के कारण सुरक्षित किसान बहुत चिंतित हैं क्योंकि उनके यहां सरकारी नलकूप व अन्य संसाधन भी सिंचाई के लिए एक भी नहर नहीं है। भीषण गर्मी और धूप भी हर रोज़ तीखे तेवर दिखा रही है। किसानों के पास और कोई चारा नहीं है। ना ही उनके गांव कभी कोई अधिकारी या मीडिया पहुंचती है जिसे वे अपने गांव की स्थिति बता सके।
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मनेजर सिंह किसान का कहना है कि उनके बच्चे बाहर प्रदेश कमाते हैं उसी के सहारे घर चलता है। थोड़ा बहुत खेती का सहारा हो जाता है। छपरा जिला एक ऐसा जिला है जो ऊंचाई की तरफ है। वहां पर बाढ़ का कोई प्रकोप कभी भी नहीं होता है पर इस साल बारिश भी नहीं हो रही। भगवान भरोसे उन्होंने धान की रोपाई कर दी। अब खेतों में दरारें पड़ गई है। हर रोज़ आकर खेतों में खड़ी धान की फसल को निहारत हैं और शाम को वापस लौट जाते हैं कि किसी दिन तो बारिश होगी और उनके खेत भरे मिलेंगे। धान की एक ऐसी फसल है जो सबसे ज़्यादा पानी चाहती है। यहां खेतों में पानी भरना तो दूर की बात दरारें पड़ी हुई है। फिलहाल वह किसी अधिकारी के पास नहीं गए, ना उनको पता है कि वह किसके पास जाएं क्योंकि उनका एक पिछड़ा और बहुत दूर का गांव है। आज पता नहीं कहां से खबर लहरिया के लोग आ गए हैं जिनसे वह इतनी बात रख पाए हैं।
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