शहतूत जिसे लोग मलबेरी ( mulberry) के नाम से भी जानते हैं खाने में बेहद अच्छा होता है। यह काले व सफेद रंग के होते हैं। आप चाहें तो कच्चे…
मनोरंजन
- जवानी दीवानीफ़ीचर्डबुंदेलखंडमनोरंजनललितपुर
काजल की गायकी में सुरों और धुन का सरगम
द्वारा खबर लहरिया April 4, 2022काजल सरगम ललितपुर की जानी मानी लोकगीत गायिका हैं। वो ललितपुर के पाठा गाँव की रहने वाली हैं और पिछले 3-4 सालों से संगीत के क्षेत्र में नाम कमा रही…
- ऑडियोताजा खबरेंफ़ीचर्डमनोरंजनवाराणसी
चैत महीना मा मेहरारुन कै कैसे बदली दिनचर्या, चउरा दरबार शो
द्वारा खबर लहरिया April 3, 2022चैत का महीना हो या बैशाख का महिलाओं को न घर के काम से फुर्सत है न खेत से। आजकल खेतों में मटर, सरसो, गेंहूं की फसल पककर तैयार है।…
- जवानी दीवानीताजा खबरेंफ़ीचर्डबोलेंगे बुलवाएंगे हसकर सब कह जायेगेमनोरंजन
पुरुष के कपड़े खुले में सूखते हैं और महिलाओं के छिपाकर, क्यों?
द्वारा खबर लहरिया April 3, 2022बोलेंगे बुलवाएंगे हंस कर सब कह जाएंगे। दोस्तों आज हम बात करेंगे महिलाओं को अपने अंडरगारमेंट्स क्यों छिपाकर सुखाने होते हैं। कपड़े दो तरह के होते हैं एक वो जो…
- जिलाताजा खबरेंपन्नाफ़ीचर्डमनोरंजन
पन्ना: पलाश के फूल जंगल की बढ़ा रहे खूबसूरती
द्वारा खबर लहरिया April 3, 2022पन्ना: ग्रामीण क्षेत्रों में पलाश के फूल चारों ओर दिखाई देने लगे हैं। पेड़ों पर पलाश के फूलों की बहार छाई हुई है, जिससे वातावरण का सौंदर्य बढ़ने लगा है।…
- आओ थोड़ा फिल्मी हो जाएजवानी दीवानीताजा खबरेंफ़ीचर्डमनोरंजन
समलैंगिगता की मज़ेदार कहानी फिल्म बधाई दो : आओ थोड़ा फ़िल्मी हो जाएँ
द्वारा खबर लहरिया April 2, 2022कहते हैं जोड़ियां आसमान में बनती हैं… लेकिन उन जोड़ियों का क्या जो मजबूरी में एक दूसरे के साथ हों? जिनमें आपको अपनी असलियत को कोम्प्रोमाईज करना पड़े और हर…
- जवानी दीवानीताजा खबरेंफ़ीचर्डबाँदामनोरंजन
बांदा: हार्मोनियम की मधुर धुन का मज़ा लीजिए
द्वारा खबर लहरिया April 2, 2022हारमोनियम का आविष्कार यूरोप में किया गया था और १९वीं सदी के बीच में इसे कुछ फ़्रांसिसी लोग भारत-पाकिस्तान क्षेत्र में लाए जहाँ यह सीखने की आसानी और भारतीय संगीत…
- क्षेत्रीय इतिहासताजा खबरेंफ़ीचर्डमहोबारोज़गार
महोबा : दोना पत्तल का रोज़गार ठप, कैसे करें भरण-पोषण ?
द्वारा खबर लहरिया April 1, 2022महोबा जिले में रहने वाले रामकृपाल छिवला के पत्तल बनाने का काम करते हैं। वह पत्तल बनाने का काम बचपन से करते आ रहे हैं। पत्तल बनाना उनका पुश्तैनी काम…
- जवानी दीवानीजिलाताजा खबरेंफ़ीचर्डबोलेंगे बुलवाएंगे हसकर सब कह जायेगे
रंग-रूप का भेदभाव, आखिर कब तक? बोलेंगे बुलवाएंगे हंसकर सब कह जाएंगे
द्वारा खबर लहरिया March 31, 2022बोलेंगे बुलाएंगे हंस सब कह जाएंगे। इन्सानों के दो ही रंग होते हैं काला या गोरा। समाज में सबको रंग गोरा ही पसंद है। जो लोग काले होते हैं उनको…
- BlogHindiक्षेत्रीय इतिहासजवानी दीवानीताजा खबरेंफ़ीचर्डमनोरंजन
‘मितान’ छत्तीसगढ़ की ऐसी परंपरा जिसमें समान लिंग के लोग बनते हैं “दो जिस्म एक जान”
द्वारा Sandhya March 30, 2022छत्तीसगढ़ में आधुनिक काल से फ्रेंडशिप-डे जिसे आज हम दोस्ती का रिश्ता कहते हैं, उसे मितान-मितानिन का नाम दिया गया है। यह छत्तीसगढ़ की एक ख़ास और पुरानी परंपरा है।…