सड़कों पर कम सवारी लेकर चल रही बसें कमाई में हो रहा घाटा :देश भर में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना संकट काल के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के अनलॉक-फेज 1 में अलग-अलग शहरों में जगहों को अनलॉक किया गया और साधनों का आवागमन चालू किया गया। कहीं सड़कों पर खाली बसे रफ़्तार भर रही हैं तो कहीं कम सवारी ले जाना मज़बूरी है ऐसे में बसों का किराया निकलना मुश्किल हो रहा है। मुसाफिरों के बाहर नहीं निकलने से परिवहन निगम की बसों को रोजाना करीब नौ लाख का घाटा हो रहा है। इसके चलते फिलहाल आधी संख्या में ही बसें सड़क पर उतारी गई हैं। एक जून से सरकार ने अनलॉक-1 के तहत परिवहन निगम की बसों के संचालन की अनुमति प्रदान कर दिया है।
एक जून से संगमनगरी प्रयागराज में रोडवेज ने कमाई के लिए अपनी बसों को रोड पर उतारा। लेकिन रोडवेज के लिए यह घाटे का सौदा साबित हो रहा है। सवारी न मिलने से रोडवेज की अधिकांश बसें 20-25 यात्रियों को लेकर दौड़ रही हैं। इससे रोडवेज प्रशासन को नुकसान झेलना पड़ रहा है। अफसरों का कहना है कि, डीजल का दाम भी निकालना मुश्किल हो रहा है। प्रदेश सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार, बसों में चढ़ने से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। लेकिन कोरोनावायरस के चलते कम ही लोग सार्वजनिक परिवहन से सफर कर रहे हैं।
रोडवेज की आय में यह हाल तब है जब सड़क पर डग्गामार बसें नहीं निकल रही है। पहले डग्गामार वाहनों की वजह से परिवहन विभाग को काफी नुकसान होता था। अब किसी भी मार्ग पर डग्गामार बसें नहीं दिख रही हैं। इसके बाद भी रोडवेज की बसें खाली दौड़ रही है। मुसाफिर कम निकलने की वजह से निजी बस संचालकों के लिए अभी लॉकडाउन जैसी ही स्थित है।
भास्कर समाचार पत्र में छपी खबर के मुताबिक यातायात अधीक्षक डीएन पंडित ने बताया कि, यात्री कम हैं। पहले हम वाराणसी के मार्ग पर लगभग 14,000 रूपए कमाते थे, लेकिन अब केवल 6,000-7,000 रुपए। कुछ बसें नहीं चल रही हैं क्योंकि उन मार्गों पर कोई भी यात्री नहीं है। परिचालन लागत वहन करना मुश्किल है। यात्रियों के अभाव में 70-80% बसों का संचालन हो रहा है। कंडक्टर व ड्राइवर डीजल का दाम भी नहीं निकाल पा रहे हैं।
प्रयागराज में भी हर रोज ही पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। रविवार को दो नए मामले सामने आए हैं।अब तक कुल 147 पॉजिटिव केस मिले हैं। 109 डिस्चार्ज हो चुके हैं। छह की मौत हुई है। कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है। चौंकाने वाली खबरें सामने आती रहती हैं सब अपना ख्याल रखें और बिना काम के बाहर न निकले तभी हम इस लड़ाई से जंग जीत पाएंगे।