खबर लहरिया Blog Bihar,Patna: छात्रों ने सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू के लिए किए प्रदर्शन 

Bihar,Patna: छात्रों ने सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू के लिए किए प्रदर्शन 

बिहार में सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल (स्थानीय अभ्यर्थियों को आरक्षण)नीति लागू करने की मांग काफी जोर पकड़ रही है। पटना के सड़कों पर अपनी इस मांग को लेकर छात्रों द्वारा प्रदर्शन किया गया। जिन्हें पुलिस बल द्वारा आगे जाने से रोका भी गया।

Students protesting for domicile in Patna

                                    पटना में डोमिसाइल के लिए प्रदर्शन करते छात्र (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

लेखन – रचना

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग तेज हो गई। कल यानी गुरुवार 5 मई 2025 को बिहार के पटना के सड़कों पर हजारों की संख्या में छात्रों का हुजूम देखने को मिला। राज्य की नौकरियों में डोमिसाइल (स्थानीय अभ्यर्थियों को आरक्षण)  लागू करने की मांग को लेकर बिहार छात्रों ने यूनियन के बैनर तले हजारों छात्रों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज से एकत्र होकर मार्च के साथ राज्य के विभिन्न जिलों से आए विद्यार्थी गांधी चौक, मसल्लहपूर हाट, भिखना पहाड़ी, नया टोला, मछुआ टोली, हथुआ मार्केट होते हुए गांधी मैदान जेपी गोलंबर पहुंचे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास तक जाने की योजना बनाई गई थी लेकिन जहां पूर्व से ही काफी संख्या में तैनात पुलिस बल ने सभी को आगे जाने से रोक लिया। यह प्रदर्शन बिहार स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष और छात्र नेता दिलीप कुमार के नेतृत्व में किया गया।

दोबारा आंदोलन की चेतावनी 

बिहार स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष दिलीप कुमार के साथ केवल पांच और सदस्य शशिकला, सुष्मिता, दीपक पांडेय और रवि शंकर सिंह को प्रतिनिधिमंडल के साथ बात चीत करवाने मुख्यमंत्री सचिवालय ले जाया गया जहां डोमिसाइल लागू करने की मांग से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा गया। 

छात्र नेता दिलीप कुमार द्वारा बताया गया कि अगर सात दिन के अंदर सरकार इस पर निर्णय नहीं लेती है, तो छात्रों द्वारा फिर से आंदोलन किया जाएगा। 

नौकरियों पर पहला हक बिहारियों का 

छात्र नेता दिलीप कुमार द्वारा आंदोलन के शुरूवात में कहा गया कि – “लाठी खाए बिहारी और नौकरी ले बाहरी, अब ऐसा नहीं चलेगा। बिहार की नौकरियों पर पहला हक़ बिहारियों का होना चाहिए”  

छात्रों की मांगे 

छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि, कुछ राज्यों में प्रत्यक्ष रूप से डोमिसाइल लागू है जिससे बिहार के अभ्यर्थियों का नुकसान हो रहा है। कुछ राज्यों में परीक्षा की प्रक्रिया और सिलेबस ऐसा बनाया गया है जिससे उस राज्य से सम्बंधित प्रश्न अधिक पूछकर वहीं के  अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाया जाता है। हमारी मांग है कि बिहार में बीपीएससी टीआरई (शिक्षक भर्ती) में प्राथमिक में 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए।

 99 प्रतिशत डोमिसाइल लागू 

प्रदर्शनकारियों द्वारा कहा गया कि बीपीएससी टीआरई (शिक्षक भर्ती) में माध्यमिक एवं उच्चत्तर माध्यमिक तथा दरोगा, सिपाही, लाइब्रेरियन, बीएसएससी सहित बिहार की सभी सरकारी नौकरियों में 90 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए। 10 प्रतिशत सीट को लागू रखा जाए।

इस प्रदर्शन में प्रियंका पटेल, फरहा ख़ातून, खुशबू, अनामिका, मोना, रोशन, रवि दास, राजेश मालाकर, संतोष विक्रम, आर्यन, अभिनव, आकांक्षा, रीतू, विकास सहित हजारों छात्र शामिल हुए।

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