जिला भदोही के ब्लॉक ज्ञानपुर में स्थित गांव शिवरामपुर के लोगो ने बताया कि उनके घर बारिश के कारण गिर गए थे लेकिन अभी तक उन्हें कोई आवास उपलब्ध नहीं हुआ है। इस विषय पर कागजों में सर्वे किया गया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
यहां के लोगों का कहना है कि वह कच्चे घर में रह रहे हैं और उनके पास अभी तक कोई ठोस आवास नहीं है। उनके पास बस छप्पर, पन्नी, तान के घर हैं, जिनमें वे अपने बच्चों के साथ रहते हैं। आंधी-तूफान आने पर उनकी हालत बहुत खराब हो जाती हैं और उन्हें हमेशा पन्नी के उड़ जाने का खतरा होता है।
कुछ अधिकारियों ने इस समस्या को समझने की कोशिश की है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। सर्वे भी कर लिए गए हैं, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ है। जो लोग अपने घर खो चुके हैं, उन्हें अभी तक कोई आवास नहीं मिला है। मज़दूरी करके वह अपने दैनिक जीवन को चला रहे हैं।
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लोगों ने बताया कि जब घर गिरा था, तब नाम के लिए सर्वे हुआ था, लेकिन अब कोई सुनवाई नहीं हो रही है। फिर से चार दिन में बारिश का मौसम आ रहा है और फिर से उन्हें बारिश को झेलना पड़ेगा। प्रधान से मदद मांगने पर वह हाँ कहते हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।
प्रधान मुन्ना सिंह कहते हैं कि हमारी ग्राम पंचायत में कुल दो हजार आवास है और बारिश के कारण लगभग आठ लोगों के घर गिर गए थे। कुछ लोगों को आवास मिल गए हैं, जबकि कुछ लोग अभी भी बेघर हैं। हम इससे संबंधित कार्यकाल में कुल 100 आवास देंगे और जो लोग अभी भी बेघर हैं, उन्हें भी आवास दिया जाएगा। हमारा यही प्रयास है कि सभी पात्र लोगों को आवास मिले।
ज्ञानपुर ब्लॉक के बीडीओ बृजेश नारायण का कहना है कि जो घर बारिश में गिर गए थे उनके लिए नियम है जिसमें लेखपाल रिपोर्ट लिखता है और तहसील में फार्म जमा करता है। इसके बाद मेरे पास एक दैवीय आपदा का नियम है, जिसमें कुछ लोगों को आवास दिया जाता है। अभी कुछ ही लोग बचे हुए हैं। हम उनको भी आवास देने का प्रयास करेंगे।
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