बाँदा : इस समय जिले में लगातार बारिश से कई लोगों के कच्चे मकान गिर गए हैं। ऐसे में कई परिवार झोपड़ी बनाकर रहने के लिए मज़बूर हैं। तिंदवारी ब्लॉक के ग्राम पंचायत जसाईपुर के रहने वाले आवास के पात्र लोगों का आरोप है कि उन्हें कच्चे मकान में रहते हुए 25 साल हो गए।
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गाँव के संतोष का कहना है कि 2011 की पीएम आवास योजना सूची में उनका नाम आया था। प्रधान से आवास की मांग करने पर प्रधान द्वारा उनसे 10 हज़ार रुपयों की मांग की जा रही थी। उनके लिए 10 हज़ार रूपये इकठ्ठा कर पाना मुश्किल था। यही वजह है कि आज तक उन्हें आवास नहीं दिए गए हैं और उनके नाम आवास की लिस्ट से काट दिए जाते हैं।
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खबर लहरिया ने जब प्रधान शिवबरन से इस बारे में बात कि तो उन्होंने बताया कि उनके गाँव की आबादी 4 हज़ार की है और लगभग दो हज़ार वोटर है। उनके यहां 21 प्रधानमंत्री आवास आये हैं जिसमें से चार बन चुके हैं और पांच कैंसिल हो गए हैं। 10 आवास अभी पेंडिंग हैं। बजट न होने के कारण अभी आवास ज़ारी नहीं किये गए हैं।
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