जिला बांदा तहसील नरैनी अंतर्गत आने वाले कई गांव के लोगों ने कल जमीनी विवाद से परेशान होकर तहसील के चक्कर काट रहे थे| किसी का मंदिर की जमीन को लेकर के मुकदमा चल रहा है तो किसी के चकरोड बनने से खेतों की जमीन जा रही है और घुर गड्ढे जा रहे हैं| इसको लेकर के परेशान है|
लोगों का कहना है कि काफी दिनों से इस मामले को लेकर के परेशान है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है नरैनी तहसील से लेकर के उन्होंने प्रधानमंत्री तक को ज्ञापन दिया है और कोर्ट में भी मामला चल रहा है|
गिरवा के रहने वाले एक व्यक्ति बताते हैं कि उनकी जमीन में राधा कृष्ण मंदिर बना है और वहां और भी जमीन है जिसमें धर्मशाला और खेती होती है उस जमीन में गांव के ही रहने वाले एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है यह मामला काफी दिनों से कोर्ट में भी चल रहा है कोर्ट ने भी आदेश उसके पक्ष में कर दिया है| लेकिन कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है और नाप नहीं की जा रही है इसलिए वह काफी परेशान है|
केशरुवॎ गांव के किसान बताते है कि उनके यहां से ठेकेदार द्वारा चकरोड बनवाई जा रही है जहां से चकरोड है वहां से मिट्टी ना डलवा कर उनके खेतों और घुर गड्ढे में मिट्टी डलवाई जा रही है जिससे उनकी जमीन दब रही है उन्होंने एसडीएम से लेकर के प्रधानमंत्री तक ज्ञापन सौंपा है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई वह 7 जून से लगातार अभी तक परेशान है वह चाहते हैं कि जहां से नक्शा है वहीं से रास्ता बने और उनके खेतों को ना दबाया जाए ना घुर गड्ढे दबाए आएगा|
इसी तरह क्यूटन पुरवा की बिट्टन बताती है कि उसके परिवारिक चाचा दादा ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है वह किसी तरह मेहनत मजदूरी करके अपना परिवार चलाती हैं उनके ससुर 6 भाई थे एक बटा 6 की वह हकदार है लेकिन वह उनका हिस्सा नहीं दे रहा है और आज 6 साल से हुए न्यायालय में मुकदमा लड़ रही है लेकिन मुकदमे का भी कोई पता नहीं चल रहा कि कब न्याय मिलेगा और जाने कितना पैसा भी खर्च कर चुकी है|
कानून गो गुलजारीलाल का कहना है कि गिरवां के बारे में उनको जानकारी नहीं है लेकिन कि केशरुवा के मामले के लिए उनका लेखपाल गया था नाप के लिए सड़क चौड़ी हो रही है इसलिए थोड़ा बहुत खेत दब रहे हैं और उसमें उनको ज्यादा जानकारी नहीं है| न हीं दोबारा उनके पास ऐसा कुछ मामला आया अगर आएगा तो वह जरूर उस पर जांच करेंगे
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