पुलिस द्वारा 19 नवंबर की रात को आरोपी प्रिंस यादव को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद रविवार को पुलिस प्रिंस की निशानदेही पर उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंची जहां आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इसी बीच जवाबी कार्यवाही में आरोपी के पैर में गोली लग गयी।
महिलाओं की इच्छा कभी पुरुष प्रधान समाज में समझी ही नहीं गयी, इसी वजह से जब-जब महिला ने आगे बढ़कर अपने खुद के फैसले लिए उन फैसलों पर समाज प्रश्न चिन्ह लगाता रहा। दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड मामले में भी हमने यही देखा कि उसकी हत्या की वजह किस तरह से आरोपी को न समझकर उसे ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा था।
महिलाओं के साथ होती हिंसाओं के मामले कभी रुके ही नहीं लेकिन जो हिंसा के सिलसिले इस समय समाज में चल रहे हैं, वह निर्मम और जघन्य अपराधों की श्रेणी से कई ज़्यादा क्रूर हैं।
दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड मामले के बाद यूपी के आज़मगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र से एक मिला-जुला मामला सामने आया है जहां आरोपी ने पहले महिला की हत्या की, जिसे वह अपनी प्रेमिका कहता था और फिर उसके शरीर को टुकड़ों में बांट दिया जिस शरीर को लेकर शायद उसने कभी सुरक्षा का वचन भी दिया हो। खैर, जब प्रेम ही प्रेम नहीं था, तो ये सब बातें खुद ही बेकार हो जाती हैं। मामले में पुलिस द्वारा घटना का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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मामले को लेकर पुलिस का खुलासा
टाइम्स ऑफ़ इण्डिया की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार 20 नवंबर को आज़मगढ़ पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने 16 नवंबर को जिले के पश्चिमपट्टी गांव के गौरी का पुरा गांव के एक कुएं से मिली एक महिला की निर्मम हत्या के मामले की गुत्थी सुलझा ली है जिसे मारकर उसके शरीर के टुकड़े कर उसे तितर-बितर कर दिया गया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जब कुएं से बदबू आने लगी तो ग्रामीणों ने कुएं में झांककर देखा जिसे देखने के बाद उनकी चीख निकल गयी। युवती के शरीर के कटे हुए अलग-अलग हिस्से पानी में तैरते हुए नज़र आ रहे थे। पुलिस को मृतिका के सारे अंग मिल गए लेकिन वह उसका सिर बरामद नहीं कर सकी।
आरोपी गिरफ्तार, आरोपितों की तलाश ज़ारी
पुलिस द्वारा 19 नवंबर की रात को आरोपी प्रिंस यादव को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद रविवार को पुलिस प्रिंस की निशानदेही पर उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंची जहां आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इसी बीच जवाबी कार्यवाही में आरोपी के पैर में गोली लग गयी। द क्विंट के अनुसार,
पुलिस ने वारादत में इस्तेमाल हथियार, लकड़ी का बोटा, तमंचा, कारतूस और अन्य सामान बरामद कर लिया है। घटना में शामिल प्रिंस यादव के मामा के लड़के पर पुलिस ने 25 हज़ार का इनाम घोषित किया है। इसके साथ ही पुलिस आरोपी के साथ शामिल अन्य आरोपितों प्रमिला यादव, सुमन, राजाराम, कलावती, मंजू और शीला यादव की तलाश में जुटी हुई है।
हत्या की रची गयी थी साजिश
पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार आरोपी प्रिंस यादव और मृतिका आराधना के बीच प्रेम-प्रसंग था। इस बीच फरवरी 2022 में आराधना की किसी दूसरे व्यक्ति से शादी हो गयी जिसका आरोपी प्रिंस को गुस्सा था। इसके बाद आरोपी ने आराधना की हत्या की साजिश रची।
खुलासे के लिए पांच टीमों का हुआ था गठन
अधिकारियों के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच के लिए पांच टीमों का गठन किया गया था। जांच के दौरान जब 16 नवंबर को पुलिस को मृतिका के शरीर के टुकड़े बरामद हुए, यहीं से पुलिस को मामले के आगे के भी सुराग मिले। जांच में पता चला कि 9 नवंबर को प्रिंस यादव आराधना को भैरव धाम घुमाने की बात कहकर उसे अपने साथ लेकर गया था। इस जानकारी के बाद पुलिस के सामने घटना की सच्चाई धीरे-धीरे सामने आने लगी।
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ऐसे रची गयी हत्या की साजिश
द क्विंट की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रिंस यादव शारजाह में लकड़ी काटने का काम करता था। वह आराधना की शादी की बात सुनकर शारजाह से लौट आया। इसके बाद उसने आराधना से बात करने की कोशिश की जिसमें वह असफल रहा। इसके बाद आरोपी ने सारी बात अपने मां-बाप को बताई और आराधना को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
बनाई योजना के अनुसार, आरोपी प्रिंस गांव में सबको यह कहकर निकला की वह जयपुर जा रहा है। फिर वह जयपुर जाने की बजाय अपने मामा के घर कप्तानगंज थाना क्षेत्र के अशरफपुर पहुंच गया। अपनी पूरी हत्या की साजिश में उसने अपने मामा के परिवार को भी शामिल कर लिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस पूरी वारदात में प्रिंस के माता-पिता, बहन, मामा, मामी, मामा का लड़का और उसकी पत्नी भी शामिल हैं। इसके साथ ही पूरे घटनाक्रम के दौरान प्रिंस के मामा का लड़का सर्वेश भी उसके साथ रहा।
द क्विंट की रिपोर्ट के अनुसार, एसपी ने बताया कि मामा के लड़के सर्वेश की पत्नी सुमन से भी प्रिंस यादव का संबंध (affair) था इसलिए वह खुद ही चाहती थी कि आराधना रास्ते से हट जाए।
इस तरह की गयी हत्या
आराधना की हत्या के योजना के तहत 9 नवंबर को प्रिंस अपने ममेरे भाई सर्वेश ( मामा के बेटे) के साथ आराधना को भैरव धाम घुमाने के नाम पर अपने साथ लेकर गया। तीनों पहले एक रेस्टोरेंट में गए। वहां से प्रिंस आराधना को अपने मामा के गांव लेकर आया जिसके बाद दोनों आरोपी प्रिंस यादव और सर्वेश आराधना को ज़बरदस्ती एक गन्ने के खेत में लेकर गए और वहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
इसके बाद दोनों आरोपियों ने मिलकर मृतिका आराधना के शव के 6 टुकड़े किए और उसे गौरी का पुरा गांव के पास एक कुएं में फेंक दिया। वहीं सिर को वहां से कुछ दूर स्थित एक तालाब में फेंका। अपनी योजना में कामयाब होने के बाद आरोपी प्रिंस अपने मामा के घर वापस लौट आया और वारदात की जानकारी अपने माता-पिता और बहन को भी दी।
खुलासे में शामिल टीम के लिए किया गया पुरस्कार का ऐलान
पुलिस अधीक्षक ने वारदात के खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाले अहरौला थाने के चालक और सर्विलांस टीम के लिए 5 हज़ार के नकद पुरस्कार की घोषणा की है। इसके साथ ही पुलिस टीम के लिए 25 हजार के पुरस्कार का ऐलान किया है।
पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन घटना में शामिल अन्य आरोपी अभी-भी फरार हैं, जिसका अर्थ यह है कि यह मामला अभी-भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। वहीं एक ही तरह के मसलों पर एक प्रकार से की जा रही महिलाओं की हत्याएं कई सवाल खड़ी कर रही हैं कि आखिर इसके पीछे की मुख्य वजह क्या है? वैसे, महिलाओं के प्रति होती हिंसाएं कभी रुकने का नाम क्यों नहीं लेती, अभी इस सवाल का जवाब ही नहीं मिल पाया तो यह सवाल अन्य सवालों की तरह ही बस एक और प्रश्न चिन्ह है?
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