खबर लहरिया Blog श्रद्धा मर्डर केस : कथित प्रेमिका की हत्या कर किये कई टुकड़े, महीनों बाद हुआ हत्या का खुलासा

श्रद्धा मर्डर केस : कथित प्रेमिका की हत्या कर किये कई टुकड़े, महीनों बाद हुआ हत्या का खुलासा

हाल ही में हुई एक दुर्घटना ने एक बार फिर से पूरे देश को दहशद में डाल दिया है। श्रद्धा मर्डर केस कई दिनों से सुर्ख़ियों में हैं,जिसमें प्रेमी ने अपनी लिव-इन पार्टनर की पहले गला दबाकर उसकी हत्या की। बाद में उसके 35 टुकड़े करके लगभग तीन सप्ताह तक दिल्ली के अलग-अलग जगहों में फेंकता रहा। श्रद्धा की मौत का कारण दोनों में शादी को लेकर हुई आपसी रंजिश बताई गयी।

बाएं- मृतिका श्रद्धा, दाएं- आरोपी आफताब पूनावाला (फोटो- इंस्टाग्राम)

राजधानी दिल्ली वैसे भी देश का ‘क्राइम-हब’ माना जाता है और इस बार तो यहाँ ऐसी घटना को अंजाम दिया गया, जिसके बारे में कोई दूर-दूर तक नहीं सोच सकता। दिल्ली के छत्तरपुर इलाके में इंटरफेथ रिलेशनशिप में रह रहें आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा वॉकर की इस निर्दयी घटना ने लोगों की रातों की नींद उड़ा कर रख दी है।

डेटिंग एप्प के ज़रिए हुई थी दोनों की मुलाकात

श्रद्धा वॉकर महाराष्ट्र  के पालघर की रहने वाली थी और आफताब अमीन पूनावाला महाराष्ट्र में ही रहता था। श्रद्धा नौकरी की तलाश में यहाँ 2018 में आई थी। उसको कॉल सेंटर में नौकरी भी मिल गई थी। आफताब पहले एक होटल मे शेफ के तौर पर काम करता था और उसका इंस्टाग्राम पर अपना फूड ब्लॉग भी था। दोनों की मुलाकात एक डेटिंग एप्प के माध्यम से हुई थी। डेट करने के लगभग 8-9 महीने बाद ही दोनों ने साथ रहने का निर्णय लिया था। वह 2019 से साथ में रह रहे थे।

परिवार को थी रिश्ते से आपत्ति

27 साल की श्रद्धा पहले अपने छोटे भाई और अपनी माँ के साथ पालघर में रहती थी। उसके पिता 2016 से ही उनसे अलग रहने लगे थे। जब श्रद्धा ने अपने परिवार वालों को आफताब के साथ लिव-इन में रहने के बारे में बताया तो उन्होंने इस बात पर आपत्ति व्यक्त की, लेकिन उसने उनकी बात नहीं मानी और आफताब के लिए उसने परिवार से रिश्ता तोड़ लिया।

सोशल मीडिया के ज़रिये मिली हत्या की खबर

जब श्रद्धा अपने परिवार वालों से रिश्ता तोड़ आफताब के पास आ गयी तो उसके परिवार वाले अक्सर श्रद्धा के दोस्तों से जो उसके संपर्क में थे,सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी खबर लिया करते थे। लेकिन जब अचानक से उन्हें श्रद्धा के बारे में खबर मिलना बंद हो गया तो श्रद्धा के पिता को आशंका हुई और उन्होने 9 नवंबर को पालघर के पुलिस थाने में श्रद्धा की लापता होने की शिकायत दर्ज की।

दिल्ली में आये हुए थे कुछ ही महीने

आफ़ताब पूनावाला और श्रद्धा वॉकर इस साल कुछ महीने पहले ही दिल्ली शिफ्ट हुए थे। उनका दिल्ली शिफ्ट होने का कारण था, अच्छी जॉब मिलने की उम्मीद होना और सुकून से एक साथ ज़िन्दगी को गुज़ारना। दोनों इस साल मई में दिल्ली आए। 16 मई को एक फ्लैट रेंट पर लिया और पुलिस के मुताबिक 18 मई को आफताब ने आपसी लड़ाई में श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी।

छत्तरपुर में दिया घटना को अंजाम

श्रद्धा काफी समय से आफताब से शादी के लिए कह रही थी लेकिन वह अक्सर इस बात को टाल देता था।  इसी को लेकर दोनों में लड़ाई होने लगी। 18 मई की रात को भी दोनों के बीच छत्तरपुर के फ्लैट में शादी को लेकर बहस हुई, जिसमे पहले श्रद्धा ने गुस्से में आकर आफताब को एक थप्पड़ मारा, जिससे तैश में आकर आफताब ने श्रद्धा का गला दबाया और तब तक दबाय रखा जब तक उसकी मौत नहीं हो गयी। उसके बाद उसने काफी शातिर तरीके से श्रद्धा के शरीर को ठिकाने लगाया जो दिल दहला देने वाला था।

अमेरिकन शो ‘डेक्सटर’ की मदद से शरीर को लगाया ठिकाने

आफताब को श्रद्धा के शरीर के टुकड़े करने का विचार अमेरिकन सीरीज़ ‘डेक्सटर’ से आया। उसने पहले गूगल पर ‘ह्यूमन एनाटॉमी’ के बारे में पढ़ा। उसके बाद उसने 300 लीटर का फ्रिज और आरी ख़रीदा। घर में बदबू दबाने के लिए उसने होम फ्रेशनर और अगरबती भी खरीदी। पहले उसने श्रद्धा के शव को बाथरूम में ले जाकर उसके लगभग 35 टुकड़े किये और तकरीबन 18 दिनों तक रात के 2 बजे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उसके टुकड़ों को फेंकता रहा। वह उसके अंग को फेंकने से पहले उसके चेहरे को घंटों तक ग़ौर से देखता था।

पूछताछ में आफ़ताब ने बताई थी अलग कहानी

श्रद्धा के पिता ने मुंबई में श्रद्धा के लापता होने की शिकायत दर्ज की थी जोकि मुंबई पुलिस द्वारा दिल्ली पुलिस को सौंपी गयी थी। महरौली पुलिस ने मामले की कार्यवाही श्रद्धा के बॉयफ्रेंड आफ़ताब से ही शुरू की। उसे उन्होंने बैंक ट्रांज़ैक्शन और ऑनलाइन पर एक्टिव होने से ढूंढा था। पूछताछ में उसने पहले यह बताया कि जब इन दोनों की लड़ाई हुई थी तो वह उसे छोड़ कर वापिस अपने घर चली गयी थी और उसने यह भी कहा की वह श्रद्धा को ढूंढ़ने में पुलिस की मदद भी करेगा। पुलिस को उसकी बात पर यक़ीन नहीं हुआ। ऐसा इसलिए क्योंकि वह आराम से दिल्ली में रह रहा था और वह श्रद्धा के जाने के बाद से डेटिंग एप्प पर दोबारा एक्टिव हो गया था।

ज़ारी है पुलिस की कार्यवाही

पुलिस के मुताबिक श्रद्धा का मर्डर लगभग 6 महीने पहले नहीं बल्कि जुलाई-अगस्त के महीने में हुआ है। यह जानकारी श्रद्धा के एक दोस्त, लक्ष्मण नडार से मिली जो उससे कांटेक्ट में था। उसके मुताबिक श्रद्धा ने उसे जुलाई के महीने में व्हाट्सअप के ज़रिये से उसे कांटेक्ट किया था और उसको आफताब से बचाने के लिए कहा था। उसके दोस्त श्रद्धा को लेकर वापिस मुंबई गए थे और उसे काफ़ी समझाया भी था कि वह वापिस आफताब के पास न जाए लेकिन आफताब के बार-बार फ़ोन करने और उसे मनाने की वजह से श्रद्धा आफताब के पास वापिस चली गयी थी।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह बीच में अपनी माँ के देहांत के बाद घर भी गयी थी। तब भी उसके परिवार वालों ने उसे समझाया था कि वह आफताब के पास न जाए क्योंकि उसकी माँ ने परिवार वालों को उसके और आफ़ताब के बीच हो रही झड़प के बारे में बताया था, लेकिन उसने उन्हें यह कहा कि आफ़ताब बदल रहा है और वह उसके साथ ही रहना चाहती है।

इस केस की कार्यवाही काफी पेचीदा है और पुलिस ने आफ़ताब को अभी उसके खुद से इस अपराध को कुबूलने पर कुछ दिनों के लिए हिरासत में ले लिया है। आगे देखते है इस दर्दनाक घटना में और कितनी नई बातें सामने खुल कर आती हैं।

इस लेख को आमरा आमिर द्वारा लिखा गया है। 

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