अयोध्या विधानसभा की गांव माझा बरेहटा में 251 मीटर की श्रीरामचंद्र की मूर्ति लगनी है। मूर्ति लगवाने के लिए 86 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका है जिसके अंदर धर्मों का पुरवा, नेउर का पुरवा और माझा बरेहठा गाँव भी आता है, लेकिन माझा बरेहटा गांव के लोग अपनी जमीन देने के लिए सहमत नहीं है।
पूरे अयोध्या में जहां एक तरफ राम मंदिर निर्माण से लोगों में खुशियां है तो वहीँ दूसरी तरफ अयोध्या विधानसभा के गांव मांझा बरेहटा के लोग बहुत नाराज़ हैं। अरविन्द जो एक युवा हैं उन्होंने बताया कि “हमारी पुश्तैनी जमीन है हम इस जमीं को नहीं देना चाहते। हम भी चाहते हैं कि राम मंदिर बने लेकिन हमारा घर उजाड़ कर नहीं”। अयोध्या में बहुत जमीन खाली है वहां पर मूर्ति विस्थापन करना चाहिए।
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महिलाएं काफी गुस्से में दिखी उन्हों कहा कि “यह पहली सरकार है जो लोगों को बसाने नहीं बल्कि उजाड़ने का काम कर रही है। हम ऐसी सरकार नहीं चाहते।”
रविकांत यादव बताते हैं जिस हिसाब से पक्के मकान बनवाये हैं उस हिसाब से शायद वह इस जनम में बनवा पाएं। इसलिए वह अपना घर अपनी जमीन छोड़कर कहीं और नहीं जाएंगे।
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