पणजी, गोवा। राष्ट्र स्तर की एक बड़ी पत्रिका ‘तहलका’ की एक महिला पत्रकार ने पत्रिका के मुख्य संपादक तरुन तेजपाल के खिलाफ यौन हिंसा की शिकायत दर्ज की। इस घटना ने पत्रकारिता की दुनिया को हिलाकर रख दिया है। तेजपाल पर गोवा राज्य की पुलिस (जहां 7 और 8 नवंबर को घटना घटी थी) ने बलात्कार का केस दर्ज किया है। 29 नवंबर को दिल्ली हाई कोर्ट ने तेजपाल को गिरफ्तारी के पहले ही ज़मानत दे दी।
महिला पत्रकार ने प्रबंधक संपादक शोमा चैधरी को लिखित में शिकायत 17 नवंबर को दी थी। तहलका पत्रिका के प्रशासन ने कोई कारवाई नहीं की और तेजपाल ने स्वयं छह महीने के लिए अपना पद छोड़ने की घोषण की। पर अन्य मीडिया और महिला संगठनों ने दबाव बनाया क्योंकि यह एक गंभीर अपराध था। महिला पत्रकार के अनुसार तेजपाल ने उनके साथ दो अलग अवसरों पर यौन हिंसा की थी और उसके बाद पूरी घटना को मज़ाक में टालने की कोशिश भी की। साथ ही, जिस प्रकार की यौन हिंसा की गई, उसे अप्रैल 2013 में पास किए गए कानून के तहत बलात्कार माना जाएगा।
‘तहलका’ द्वारा आयोजित जिस समारोह के दौरान घटना घटी वह गोवा राज्य की राजधानी पणजी में 8 से 10 नवंबर के बीच हो रहा था। इसलिए इस केस की जांच गोवा पुलिस कर रही है। महिला पत्रकार सहित पत्रिका के छह पत्रकारों ने इस्तीफा दे दिया क्योंकि सभी पत्रिका के प्रशासन से नाखुश हैं। पहले तेजपाल ने माफी मांगी थी पर कुछ ही दिन बाद तेजपाल ने कहा कि उनकी कोई गलती नहीं थी और गोवा की भाजपा सरकार तेजपाल के खिलाफ ज़्यादा ही सख्ती दिखा रही थी। प्रबंधक संपादक शोमा चैधरी की भूमिका पर भी लोगों ने उंगलियां उठाईं जिसके बाद 28 नवंबर को उन्होंने इस्तीफा दे दिया।