जिला ललितपुर ब्लॉक बिरधा गांव गाँव करमरा के ग्रामीणों का आरोप है कि उनका नाम आवास की सूची से काट दिया गया है। जानकारी के अनुसार, साल 2017 की आवास सूची में ग्रामीणों ने अपने नाम देखे थे। लोग इंसाफ के लिए भटक रहे हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।
ग्रामीण कहते हैं जिन्हें आवास की ज़रूरत है उनके पास आवास नहीं है। जिन्हें ज़रूरत नहीं उन सबके घर बने हुए हैं। 35 परिवारों ने पुनः जांच की मांग की है। कहा गया कि उनकी आर्थिक स्थिति देखी जाए कि वह किस तरह से परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। बहुत समय हुआ जांच की मांग किये हुए फिर भी कुछ नहीं हुआ।
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लोगों ने कहा, अगर जांच नहीं होती तो वह धरना करेंगे, अनशन बैठेंगे। जब तक की उनकी समस्या का समाधान नहीं होता। वह लोग लखनऊ तक जाएंगे। उन्होंने आगे कहा, अगर अधिकारी भी उनकी समस्या को नहीं सुनेंगे तो सब कैसे ठीक होगा।
पूर्व प्रधान के अनुसार, 250 लोगों के नाम सूची में दिए गए थे। जिसमें से 180 आवास पास होकर आए। वह कहते हैं कि अगर सूची में कटे नामों को नहीं जोड़ा गया तो वह भी चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने भी कार्यवाही की मांग की है।
जिला प्रभारी का कहना है कि जिनके नाम कटे हैं उनके नाम वापस जोड़े जाएंगे। वहीं सूची से नाम कटने पर सख़्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
एसडीएम मोहम्मद जावेद के अनुसार, मामले की जांच कराई जाएगा। जो आवास के पात्र हैं उन्हें आवास दिया जाएगा। वह इस समस्या को मडावरा एसडीएम तक जांच के लिए भेजेंगे।
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