संभल में होली के दौरान इन दस मस्जिदों को तिरपाल से ढका जाएगा जिसमें शाही जामा मस्जिद, लदानिया वाली मस्जिद, थाने वाली मस्जिद, एक रात मस्जिद, गुरुद्वारा रोड मस्जिद, गोल मस्जिद, खजूर वाली मस्जिद, अनार वाली मस्जिद और गोल दुकान वाली मस्जिद शामिल हैं।
यूपी के संभल में होली के त्योहार के दौरान कथित तौर पर शांति बनाए रखने के लिए तक़रीबन एक दर्जन मस्जिदों को तिरपालों से ढका जा रहा है। कथित सुरक्षा का हवाला देते हुए तकरीबन 1,015 लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। इस साल होली और रमज़ान जुम्मा दोनों शुक्रवार, 14 मार्च को पड़ रहे हैं।
एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा ने कहा कि 1,015 लोगों को आईपीसी की धारा 126 और 135 के तहत हिरासत में लिया गया है, जो आमतौर पर संभावित कानून-व्यवस्था समस्याओं को रोकने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
वहीं एएसपी श्रीश चंद्रा ने कहा, “होलिका जुलूस के मार्ग पर आने वाली सभी 10 धार्मिक जगहों को ढका जा रहा है।” इस जुलूस मार्ग में ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद भी शामिल है, जिसे ढका जा रहा है।
जिला प्रशासन का कहना है कि यह फैसला स्थानीय समुदायों से सलाह व बातचीत करके लिया गया है ताकि त्योहारों के दौरान कोई तनाव न हो।
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संभल की इन 10 मस्जिदों पर डाला जाएगा तिरपाल
संभल में होली के दौरान इन दस मस्जिदों को तिरपाल से ढका जाएगा जिसमें शाही जामा मस्जिद, लदानिया वाली मस्जिद, थाने वाली मस्जिद, एक रात मस्जिद, गुरुद्वारा रोड मस्जिद, गोल मस्जिद, खजूर वाली मस्जिद, अनार वाली मस्जिद और गोल दुकान वाली मस्जिद शामिल हैं।
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मस्जिदों पर लेखपाल की ड्यूटी
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एएसपी ने बताया कि, “लेखपालों को संभल की अलग-अलग मस्जिदों में ड्यूटी पर लगाया गया है। जिले को सेक्टरों में बांटा गया है। हम होली के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और सुनिश्चित करेंगे कि सब शांतिपूर्ण रहे।”
मक़तूब मीडिया की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा उपायों का फैसला संभल में हिंदुत्व अभियान के बीच बढ़ते तनावों के बाद लिया गया है, जो शहर के ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद के खिलाफ़ हैं। पिछले साल, मस्जिद सर्वे के खिलाफ़ विरोध करने पर पुलिस द्वारा स्थानीय मुस्लिम व्यक्तियों के साथ हिंसा की गई थी। इस हिंसा में कम से कम पांच मुस्लिम व्यक्तियों की मौत हुई थी व कई अन्य लोगों को गिरफ़्तार किया गया था।
इसके अलावा हाल ही में, रमज़ान और होली को लेकर एक विवाद देखा गया था। विवादित बयान संभल के पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी द्वारा दिया गया था, जहां उन्होंने कहा था कि “अगर मुसलमान होली में रंग लगना स्वीकार नहीं कर सकते तो उन्हें घर के अंदर ही रहना चाहिए।”
आगे कहा, “संभल अधिकारी ने कहा, “साल में जुम्मा (शुक्रवार) 52 बार आते हैं, लेकिन होली सिर्फ़ एक ही दिन होती है। हिंदू लोग पूरे साल होली का इंतज़ार करते हैं, जैसे मुसलमान ईद का इंतज़ार करते हैं।”
यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस बयान को लेकर समर्थन जताया था। पूरे मामले में जहां कथित तौर पर दोनों समुदायों की भावनाओं को ध्यान में रखने की बात कही गई है, वह प्रशासन द्वारा उठाए गए क़दमों में दिखाई नहीं देती। एक समुदाय को खुलेतौर पर बाहर निकलकर होली खेलने की आज़ादी दी जा रही है। दूसरी ओर एक समुदाय को उनके घरों में बंद रहने, अंदर ही नमाज़ पढ़ने को कह, मस्जिदों को ढका जा रहा है। एक समुदाय का शांति बनाए रखने के लिए पूरा समर्थन है और दूसरा समुदाय कहीं समर्थन के आसपास भी दिखाई नहीं देता।
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