खबर लहरिया चित्रकूट हत्या अउर अपहरण के केस रूकै का नाम नहीं लेत

हत्या अउर अपहरण के केस रूकै का नाम नहीं लेत

चित्रकूट जिला मा लगभग छह महीना से बहुतै ज्यादा हत्या होत हवैं। मड़इन का आरोप हवै कि पुलिस इं मामलन का रोकै मा नाकाम रही हवै।
ब्लाक मानिकपुर, गांव हनुवा, पुरवा पतेरिया। हिंया के रानी का कहब हवै कि 7 नवम्बर 2014 का मनसवा रामसंवारे लड़का सोनू अउर नरेन्द्र खेत मा पानी लगावैं खातिर पाइप लगावत रहैं। तबहिने परिवार के मोहित अउर रोहित लड़ाई करैं लाग अउर मना करिन कि पाइप हमार जमीन से नहीं निकर सकत हवै। येत्ते मा सुधा देवी अपने मनसवा मोहित का बदूंक दइ दिहिस। वा गोली मार दिहिस मौके मा रामसंवारे अउर सोनू के मउत होइगे नरेन्द्र इलाहाबाद मा भर्ती हवै। मौके मा डी.एम. अउर एस.पी. जांच करिन हवै अउर आरोपिन का जेल भेज दीन गा हवै।
मोहित के बाप रामभरोसे का कहब हवै कि मोहिका या मामल के बारे मा पता नहीं हवै। मैं अलग रहत हौं।
मानिकपुर थाना के दरोगा ओम प्रकाष तिवारी कहत हवैं कि कि 10 नवम्बर का चार लोगन (मोहित, सोहित, सुधा देवी अउर रोहित) का जेल भेज दीन गा हवै। चारौ के खिलाफ मुकदमा लिख गा हवै। मुकदमा के संख्या 138ध्14 हवै। मुकदमा मा धारा 147 (हत्या करैं मा पांच से ज्यादा लोग शामिल होब) 148 (हथियार से लैस) 149 (हथियार से जानलेवा हमला) 302 (हत्या) 307ध्120 डी. (हत्या करैं खातिर उकसावब) लााग हवैं।
chitrakoot SPब्लाक रामनगर, गांव इटवां। हिंया के माता बदल बतावत हवै कि मोर लडका दिनेश अउर सूरज 11 नवम्बर 2014 के रात मा 2 बजे सोवत रहैं। तबहिने तीन बदमाष आय अउर बड़े लडका दिनेष के पैर मा गोली मार दिहिन अउर छोट लड़का सूरज का उठा लइगे। यहिके रपट रैपुरा थान मा 12 नवम्बर 2014 का लिखाये हौं। पुलिस अबै तक कउनौ सुराक नहीं लगा पाइस हवै।
रैपुरा थाना के मुंषी रामगोपाल का कहब हवै कि 307 (हत्या करैं का प्रयाश) अउर 364 (हत्या करैं खातिर अपहरण करब) लाग हवै। पुलिस बदमाशन का ढूढ़ै के कोशिश करत हवैं।
ब्लाक मऊ, गांव मंडौर के फूलेष का कहब हवै कि मोरे लड़का अजय कुमार के उम्र अट्ठाइस साल हवै। वा पढ़ै खातिर खटवारा गांव मा 26 अक्टूबर का गा रहै पै लउट के अबै तक नहीं आवा आय। पहिले लागत रहै कि कतौं रिश्तेदारी मा चला गा होइ हर जघा ढूढ़ा गा। अबै तक कउनौ पता नहीं चला। या कारन 10 नवम्बर का मऊ थाना मा सूचना दीन गे
मऊ थाना के दीवान रामदेव शुक्ला का कहब हवै कि गुमशुदगी के रिपोर्ट लिख लीन गे हवै। जांच चलत हवै। यहिके बाद पता लागै मा कारवाही होइ।
एस.पी. स्वामी प्रसाद का कहब हवै इनतान के केस का रेाकै खातिर जिला मा पुलिस लगा दीन गई हवै। अपहरण अउर हत्या करै वालेन के खिलाफ कारवाही कीन जई।