भारत ने 2030 तक स्वास्थ्य से जुड़े संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) को हासिल करने की दिशा में बहुत धीमी प्रगति की है। दरअसल, भारत में नीति-निर्माताओं को लिंग समानता के प्रमुख संकेतकों के बारे में जानकारी नहीं है।
भारत में इन अध्ययनों द्वारा 2030 तक लड़कियों और महिलाओं के लिए एसडीजी तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाना है।
इंडियास्पेंड की जानकारी के अनुसार, जहां कुछ देशों ने उल्लेखनीय प्रगति की है, वहीँ कुछ की स्तिथि बेहद खराब है। यह अध्ययन 188 देशों के 1990-2014 तक के रुझान और 2030 की संभावनाओं को लेकर किया गया पहला समग्र विश्लेषण है। विश्लेषण में स्वास्थ्य संबंधी समग्र एसडीजी सूची के अनुसार देशों को श्रेणी प्रदान की गई है। सिंगापुर, आइसलैंड और स्वीडन इस सूची में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले देशों में हैं, जबकि सोमालिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य और अफगानिस्तान सबसे निचले स्थान पर हैं।