जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव सरहट, पुरवा मऊ गढ़ी, सरबदा अउर बरम बाबा। हिंया लगभग तीस बरस से कउनौ सरकारी स्कूल नहीं हवै। या समस्या का हजारन मड़ई झेलत हवै। स्कूल बनावैं खातिर कइयौ दरकी प्रधान रामबरन कुशवाहा से कहा गा, पै वा कउनौ ध्यान नहीं देत आय।
या समस्या का लइके प्रधान रामबरन कुशवाहा से बात कीन गे। वहिकर कहब हवै कि स्कूल बनै खातिर पास होइगा हवै। पता नहीं कि शिक्षा विभाग वाले काहे नहीं बनवावत हवैं। मऊ गढ़ी पुरवा के पप्पू, बब्लू सरबदा पुरवा के पढ़ै खातिर मानिकपुर जात हवैं। डेर बना रहत हवै कि कत्तौ एक्सीडेन्ट न होइ जाये। कुछ मड़ई तौ ललमनिया, बिरैना, आशा अउर बरम बाबा पुरवा के मैना अउर महेश का कहब हवै कि हमार छोट-छोट बच्चा अपने बच्चन का यहै डेर के कारन नहीं भेजत हवै। अगर यहिनतान रही तौ कसत बच्चा पढि़हैं। एक कइती सरकार कहत हवै कि बच्चन का पढ़ाउब बहुतै जरूरी हवै। हिंया तौ स्कूल नहीं आय तौ कसत सरकार कहत हवै। का प्रशासन का पता नहीं रहत कि कउन गांव मा स्कूल नहीं हवै। गांव मा स्कूल बनब जरूरी हवै। तबहिने बच्चा पढ़ सकत हवैं।
स्कूल नहीं तौ कसत पढ़ै बच्चा
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