जिन्दगी के भी कितने रंग होते हैं, कहीं खुशी तो कहीं गम होते हैं। कुछ लोग अपने पैसों से ढ़ेर सारी खुशियां खरीद सकतें हैं तो कुछ लोग जिन्दगी जीने के लिए चंद रुपयों के मुहताज होते हैं। घबराइए नहीं, हम बात कर रहे है चित्रकूट जिले के कर्वी ब्लॉक की, जहां लगभग डेढ़ साल से सुपर बाजार चल रहा।
इस सुपर बाजार में से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की जरूरतों के सामान मिलता हैं। जिनमें सुबह के चाय-नाश्ते के सामान से लेकर रात के नाईट सुट तक शामिल हैं। यहां पर अधिकतर पैसे वाले लोग ही खरादारी करने आते हैं क्योंकि गरीब किसान के पास तो सुपर-बाजार के लिए पैसा ही नहीं है।
अभी सुपर-बाजार में भारी छूट चल रही है। 1500 की खरीदारी करने वाले को एक किलो का टाईड सर्फ मुफ्त मिल रहा है। वहीं, 1000 की खरीद पर एक किलो शक्कर फ्री।
जरा सोचिए कि जहां पर पिछले कुछ सालों से सूखे ने अपना तांडव मचा रखा है, जिन लोगों के पास खाने को अन्न नहीं है और भयंकर सूखे ने उनकी कमर तोड़ रखी है वो लोग भला 1500 की खरीदारी कहां से करेंगे?
लोगों के पास खाने-पीने के लिए पर्याप्त अनाज नहीं है वहां सुपर बाजार खुलना किस आधार पर लाभकारी है? ऐसी हालत में सुपर-बाजार तक आम जनता का पहुंच पाना नामुमकीन लगता है। पहले यह सुपर बाजार और अभी हाल ही में कर्वी में एक फिटनेस का खुलना गांव की समस्याओं को सिरे से नकारता सा प्रतीत होता है।
कहीं ऐसा तो नहीं कि कर्वी के शहरीकरण करने की योजना बनायीं जा रही है! अगर हां तो क्या गरीब किसान भी इस बाजार में खरीदारी का लुफ्त उठा पायेंगे? इस बाजार में सिर्फ ब्रांडेड सामान ही मिलते है। लोकल या कम मूल्य का तो सामान ही नहीं है। आगे देखना यह है कि यह बाजार कितने दिनों तक कर्वी में टिक पाता है!
रिपोर्टर: खबर लहरिया ब्यूरो