जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव तुर्रा अउर ब्लाक बड़ोखर खुर्द का डिंगवाही गांव। हेंया के मड़ई बताइन कि हजारन बिगहा धान के फसल बरबाद है। डिंगवाही मा नहर के पटरी टूट है अउर तुर्रा गांव के महुटा माइनर मा पानी ही नहीं आवत आय।
धान सुखाय के समस्या बतावैं मा तुर्रा गांव के मजरा महाराजपुर का अशोक, पंडितन पुरवा का शिव प्रसाद, झब्बू पुरवा का चन्द्रभूषण, तुलसी दाई का पुरवा अउर बदौसा के किसान शामिल रहैं।
तुर्रा गांव का मुन्ना बतावत है कि महुटा माइनर नहर मा पानी न आवैं से धान के फसल सुखात जात है। काहे से बीच मा मड़ई नहर बांधे है। जेहिसे धान के फसल बरबाद होत है। या समस्या झेलत दस साल होइगे, पै कइयौ दरकी बतावैं के बाद भी विभाग ध्यान नहीं देत आय।
डिंगवाही गांव के किशन, शिवमंगल अउर उदय भान कहत हैं कि दुई साल से तिन्दवारी माइनर नहर के पटरी डिंगवाही झाल के लगे टूट है। जेहिसे नहर का पानी खेतन मा भर जात है। या मारे फसल बरबाद होत है। झाल से तरे वाले किसानन का पानी ही नहीं मिलत आय। या मारे पचासन किसान परेशान हैं।
केन नहर प्रखण्ड के अधिषाशी अभियन्ता के.एन. गुप्ता कहत हैं कि महुटा माइनर नहर का अगर मड़ई बांधे हैं तौ क्षेत्र के जेई का फोन कइके जांच कराई जई। तिन्दवारी माइनर के टूट नहर पटरी खातिर शासन से बजट के मांग कीन गे है। नहर सुखाय अउर बजट आवैं के बाद नहर पटरी बंधवा दीन जई।
सुखात धान के फसल
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