किसान को खेती की आधुनिक तकनीकों की जानकारी और सरकार की तरफ से चलाई जा रही खेती–किसानी की सभी योजनाओं की जानकारी मिल सके, इसके लिए सरकार पाठशाला की शुरुआत की गई।
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की तरफ से “द मिलियन फारमर्स स्कूल”(लाखों किसानों का स्कूल) नाम से नया कार्यक्रम शुरू किया गया। यह “विश्व मृदा दिवस के अवसर पर 5 दिसंबर को पूरे प्रदेश में की गई। इसके जरिए 10 लाख किसानों को खेती की नवीनतम तकनीकी का प्रशिक्षण दिए जाने की योजना शुरू की।
द मिलियन फारमर्स स्कूल का मुख्य उद्देश्य है कि किसान आधुनिक तकनीकों को सीखकर अच्छी खेती करके अपनी आय को बढ़ा सके। सरकार प्रयास कर रही है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो सके।
मृदा स्वास्थ्य को लेकर किसानों के बीच अधिक से अधिक जागरुकता पैदा करने की दिशा में पहले चरण में मृदा के 49.27 लाख नमूनों की जांच करके 1.45 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया। साथ ही मिट्टी की सेहत बढ़ाने के लिये वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील किसानों के बीच संवाद कराने, जैविक खेती को बढ़ावा देने, कार्बनिक खादों, हरी खाद के प्रयोग के साथ–साथ दलहनी फसलों के क्षेत्राच्छादन बढ़ाने के लिये किसानों को प्रेरित करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
वहीं, सरकार इस योजना के माध्यम से ही किसानों के लिए अनुदान, ऑनलाइन मंडी के माध्यम से अपनी फसल को बेचना जैसी कई योजनाएं चला रही हैं। इनके माध्यम से किसान काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।