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शहरी स्वास्थ्य पर आईना

फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स

भारत स्वास्थ के मुद्दे पर अति पोषण और अल्प पोषण की समस्या से गुजर रहा है, जिसके कारण लोग असंक्रामक रोग से जुझ रहा है। शहरी क्षेत्रों में पांच साल तक के करीब 25 फीसदी बच्चे कम वनज के हैं।
दूसरी तरफ शहरों में वयस्कों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मोटापे से जुड़ी बीमारियां हो रही है। शहरों में बीमारियों का अनुपात कुछ इस तरह है कि तीन वयस्कों में से एक रक्तचाप, चार में से एक मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल और मोटापे में तीन में से एक व्यक्ति बीमार है।
अध्ययन में देखा गया कि एक से तीन साल की उम्र में 57 फीसदी और चार से छह साल में 68 फीसदी लोग पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कैलोरी का सेवन कर रहे हैं। वहीं शहरी क्षेत्र में 16 फीसदी बच्चे जन्म के समय कम वजन के हैं, जिनमें संक्रमण और मृत्यु का खतरा भी अधिक है।
वहीं बच्चों में कुपोषण का एक कारण मां का पहला गाढा दूध नहीं मिलना है। वहीं पांच साल तक के कुपोषित बच्चे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति परिवार में अधिक देखने को मिलता है। ये प्रतिषत 34.4 फीसदी अनुसूचित जनजाति और 39 अनुसूचित जाति के साथ 38.6 फीसदी अशिक्षित पिता के बच्चों में हैं, जबकि शिक्षित पिताओं में ये प्रतिशत 20.5 है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन एशिया के अनुसार, 52 फीसदी पुरुष और 59 फीसदी महिलाएं शहरी क्षेत्र में बढ़े हुए वजन के साथ है। देश में  पुडुचेरी में सबसे ज्यादा पुरुष 59.8 प्रतिशत अधिक वजन वाले हैं, वहीं राजस्थान में 42.5 प्रतिशत महिलाएं अधिक वजन वाली है।
केरल में सबसे ज्यादा उच्च रक्तचाप के मरीज हैं। वहीं, बिहार में सबसे कम उच्च रक्तचाप के मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा हाई कोलेस्ट्रॉल के मामले में शहरी पुरुष और महिलाएं आगे हैं।
शोध के मुख्य अन्वेषक ने बताया कि उच्च रक्तचाप से पीडि़त सबसे अधिक केरल में मिले हैं। केरल की 31.4% महिलाएं और 38.6% पुरुष सबसे अधिक उच्च रक्तचाप के शिकार हैं। वहीं, बिहार में 22.2%  पुरुष व 15.7% महिलाओं में उच्च रक्तचाप है।
पुडुचेरी में सबसे ज्यादा डायबिटीज के पीडि़त पाए गए हैं। शोध की मानें तो पुडुचेरी में 42%, दिल्ली में 36% लोग डायबिटीज से पीडि़त हैं। इसके अलावा कर्नाटक और केरल में 33-33 फीसदी लोग इस बीमारी के शिकार हैं।
शोध में सबसे ज्यादा डायबिटीज उन उम्र वाले लोगों में पाई गई है जिनकी उम्र 60-70 वर्ष की थी। वहीं, 18-30 उम्र वाले लोग सबसे कम डायबिटीज का शिकार हैं। पुडुचेरी में 60% महिलाएं और 42% पुरुष वजनी पाए गए हैं। वहीं, तमिलनाडु दूसरे नंबर पर रहा जहां 54% पुरुष और 38% महिलाओं का वजन अधिक है। लेख साभार: इंडियास्पेंड