महोबा शहर में 18 जून 2013 खे प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लैपटाप वितरण से छात्र छात्राएं बोहतई खुश हते। ओई जगह लैपटाप पाके मोनिका मुख्यमंत्री से अपने बाप की परेशानी बताएं चाहत हती। पे पुलिस कर्मचारियन ने नई मिलन दओ। एई से ऊ ब्लेड मार खे जान देय की कोशिश करी हे। जीखो इलाज जिला अस्पताल में होत हे।
मोनिका ने बताओ क मोओ बाप छोटे लाल सत्रह साल से जिला पूर्ति विभाग में सप्लाई डाªइवर हे। जीमें से ऊखी अभे वेतन सत्रह सौ इक्यावन रूपइया मिलत हे। जभे कि हाईकोर्ट से परमामेंट होय का आदेश हो गओ हे। पेहले कक्षा पांच की टी. सी. लेके भर्ती कर लओ हतो पे अब कक्षा आठ की टी.सी. मांगत हे। मोनिका का आरोप हे कि ऊ परमामेंट करे खे तीन लाख रूपइया मांगत हे जभे कि हमने एक लाख से ज्यादा रूपइया दे चुके हे। ईखे लाने हमने केऊ दइया ंडी.एम. खे लिखित दरखास दई ह,े पे कोनऊ सुनवाई नई भई। 18 जून 2013 खे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहां चाहत हते, पे कोनऊ कर्मचारिन ने नई मिलन दओ। गरीब आदमियन खे न्याय न मिले खा लेके मेने मौके में ब्लेड मार के जान देय की कोशिश करी हे। फिर भी कोनऊ अधिकारी देखन तक नई आओ आय। ऊने कहो कि अगर दस दिन के भीतर हमाई सुनवाई न होहे तो आपन जान दे देहो। पूरा आरोप जिला पूर्ति विभाग ओर डी.एम. के ऊपर आहे।
जिला पूर्ती विभाग के अधिकारी नीरज कन्नौजिया ने बताओ कि अप्रैल में हाईकोर्ट से डी.एम. खे आदेश आओ हतो कि छोटे खे हटाअ जाए एइ से डी.एम. ने ऊखे हटा दओ हे। मोई ओर छोटे कि कोनऊ बात नइयां।
मुख्यमंत्री के न मिल पाए से नस काटी
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