खबर लहरिया औरतें काम पर गरीबी के कारण नहीं हुआ कर्क रोग का इलाज

गरीबी के कारण नहीं हुआ कर्क रोग का इलाज

जिला लखनऊ, ब्लाक काकोरी, गांव सरायषेख। यहां की निवासी रामावती को मुंह में कैंसर है लेकिन इलाज के लिए कुछ भी पैसे नहीं है।
रामावती ने बताया कि पति को गुजरे बीस साल हो गया। मेरे चार बेटे हैं। बड़ा बेटा पवन है जिसके साथ मैं रहती हूं। वह भी बहुत गरीब है। खाना खर्चा भी बड़ी मुसीबत से हो पाता है। तो मेरा इलाज कैसे हो।
उनके बेटे पवन ने बताया कि मै जूता चप्पल सिलता हूं। उसमें मां का इलाज कहां से कर पाऊंगा। इतनी कमाई में तो घर का खर्चा नहीं पूरा पड़ता। जब तक सरकारी अस्पताल में इलाज हुआ करवाया लेकिन अब वहां से भी जबाब हो गया है। और इसका इलाज बहुत मंहगा है। इस कारण हम कुछ नहीं कर सकते हैं। वरना अपनी मां को कोई कैसे तड़पता देख सकता है।

कैंसर यानी कर्क रोग में शरीर के अंग में कर्क इस तरह वार करता है कि वह उस अंग को पूरी तरह नष्ट कर देता है। कर्क रोग किसी भी उम्र के इंसान को हो सकता है लेकिन ज्यादातर ये बिमारी ज्यादा उम्र वालों में पाया जाता है। कर्क रोग किसी भी अंग में हो सकता जैसे फेफड़ा, पेट, मुंह, स्तन, प्रजनन अंगो में भी हो सकता है। दुनिया में जितने मौत होते हैं उन में से 13 प्रतिशत कर्क के वजह से होते हैं। लेकिन अगर कर्क का निदान सही समय पर हो जाए तो इसका इलाज हो सकता है।

मुंह के कैंसर के लक्षण-
मुंह का कैंसर मुंह के किसी भी भाग में हो सकता है जैसे जीभ और गला। उसके लक्षण हैं लाल सफेद परत पड़ जाना, मुंह से खून निकलना, कुछ भी खाने में दर्द होना, गले में सूजन, दर्द होना, जबड़े में दर्द, स्वाद में कड़वापन आवाज बैठ जाना। अंग सुन्न पड़ जाना, बात करने में कठिनाई, बहुत वजन घट जाना।
कारण-
तम्बाकू चबाना, धूम्रपान या किसी अन्य नशीले पदार्थो के सेवन से हो सकता है। अधिक मद्यपान करना। और अगर परिवार में भी इस बिमारी का लोग शिकार हुए हैं तो आपके डी एन ए (शरीर की बनावट) में कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर ऐसा कुछ लक्षण दिखता है तो तुरन्त डाक्टर के पास जाए। ज