महोबा जिले के कबरई थाना क्षेत्र के फर गांव में हरिजन बस्ती के साथ कई मुहल्ले हैं, जहां आज तक बिजली नहीं पहुंची हैं। यहां तार और ट्रांसफार्मर लगा दिए गये है और छह महीने बाद बिजली चालू करने को कहा था, लेकिन तीन साल होने के बाद भी अभी यहां बिजली नहीं पहुंची है।चुनाव में बिजली देने के लिए तमाम वादें किये थे कि घर-घर में मुफ्त बिजली पहुंचाई जायेगी। योजनाएं भी चली जैसे सौभाग्य योजना, लेकिन इस गांव के लोग अभी भी अँधेरे में अपनी जिन्दगी काट रहे हैं। क्या ऐसे होगा डिजिकल इण्डिया?
बिजुवा का कहना है कि तीन साल से तार लगे है लेकिन यहां बिजली नहीं आयी है। टी. वी. नहीं चला पाते है और न फोन चार्ज कर पाते है। सिग्वारी का कहना है कि पहले तो कह थे कि छह महीने में बिजली लग जायेगी लेकिन तीन साल होने के बाद भी बिजली नहीं आयी है। लोगों ने बल्फ खरीदा था तो वो भी फूट गये हैं। हर गोविन्द ने बताया कि बच्चों की परीक्षा आ गई है। बिजली न होने से बच्चें डिब्बी की रोशनी में पढ़ते हैं। अखिलेश का कहना है कि चुनाव के पहले तार खीचीं गई थी, जहां चुनाव खत्म हुआ तो बिजली का काम बंद हो गया। कल्लू ने बताया कि चुनाव के समय लालच देते है, बाद में कुछ नहीं करते है।
बिजली विभाग के जेई एम. पी. सिंह का कहना है कि राजीव गांधी परियोजना के तहत उस गांव में बिजली लगाई जा रही है। जब तम एनओसी नहीं मिलेगी तब तक बिजली चालू नहीं की जायेगी।
रिपोर्टर- सुनीता प्रजापति
Published on Feb 2, 2018