जिला महोबा, गांव अकौना के आदमियन को नइ मिल रओ मनरेगा को काम। आदमियन को दूसरे प्रदेश जा रए। इते के आदमियन को आरोप हे के इते तीन साल से मनरेगा को काम नइ मिल रओ। अगर आत तो अपने आदमियन को देत प्रधान। परेशान हो के इते के मजदूरन को दिल्ली, पंजाब जाने परत और उतई प्रधान ने जे सब आरोपन को गलत बताओ।
उमा ने बताई के इते कछु काम नइ मिलत मनरेगा को न कछु को। कबहु तनक मनक गर्मियन में खेती को काम मिल जात बस और अपने फ्री बैठे रत। नइ तो बाहर जात दिल्ली, पंजाब मजदूरी करबे के लाने उते से पेट भरत। अपने मोड़ी मोड़ा पालने सो जो हे सो सब करने परत।
फूलवती ने बताई के कबहु नइ मिलत काम अगर आत तो बे अपने आदमियन को देत हम गरीब आदमियन को कबहु नइ मिलत। हमाय मोड़ा तो छोटे से बाहर कमा रए।
कटुबाई ने बताई के बहार जात उते से कमा के लेयात। जब अपने मोड़ी मोड़ा पालत ब्याह शादी करत हम ओरन से कत के तुम अमीर आदमी हो बे गरीब हे जा से उन्हें देत। अगर हमाय गांव में ही हमे काम मिलबे तो काय को हम प्रदेश जाबे एसी ठण्ड में परेशान होबे।
और अपने मोड़ी मोडन को परेशान करबे इतेई न कर हे हम काम काय को अपनों घर द्वार छोड़े डरे रेहे। कोन को शौक लगत के हम परेशान होबे सब जोई चात के हम अपने घरे रबे। लेकिन मजबूरी में सबको बाहर जाने परत।
निजामुदीन ग्राम पंचायत अधिकारी ने बताई के अबे जुलाई से कोऊ को काम नइ मिलो अबे काम बंद हे पिछलो भुगतान नइ हो पाओ जा से अबे काम नइ लग रओ।
रिपोर्टर- श्यामकली
Published on Jan 23, 2017