चुनाव सुधार के लिए काम करने वाले गैर–सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर के कुल 51 सांसद और विधायक ऐसे हैं, जिनके खिलाफ महिलाओं पर किए गए अपराध के मामले चल रहे हैं। इन मामलों में कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के प्रकरण भी शामिल हैं। इन 51 नेताओं में से 48 विधायक और तीन सांसद हैं।
एडीआर रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के 33 फीसद सांसद और विधायक ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं।
एडीआर ने 4,852 विधायकों और सांसदों के हलफनामे पर अध्ययन कर ये रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ आपराधिक छवि वाले सबसे ज्यादा सांसद–विधायक 12 महाराष्ट्र में हैं, जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के सांसद और विधायक हैं।
पार्टी के आधार पर बात करें, तो महिलाओं के खिलाफ अपराध करने के मामले में 14 नेताओं से साथ सबसे आगे भाजपा के विधायक हैं। वहीं, इस मामले में सात नेताओं के साथ दूसरे नंबर पर शिवसेना और छह नेताओं के साथ तीसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस के नेता हैं।
एडीआर के एक अध्ययन में कहा गया है कि इन नेताओं पर महिला पर हमला करने, अपहरण, विवाह के लिए दबाव बनाने, बलात्कार करने, नाबालिक को वेश्यावृत्ति करने के इरादे से खरीदने और शब्द, इशारा या किसी अन्य तरीके से महिला को अपमानित करने के मामले दर्ज हैं।
एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने वर्तमान सांसदों और विधायकों के 4,896 चुनावी हलफनामों में से 4,852 का विश्लेषण किया है।