नई दिल्ली। यहां 15 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जनता पार्टी के बैनर तले छह पार्टियां एकजुट हुईं। इस नए जनता परिवार के मुखिया मुलायम सिंह होंगे।
यह सभी पार्टियां एक सर्व सम्मति से चुने गए साझा निशान के तहत चुनाव लड़ेंगी। इस मिलेजुले दल की पहली परीक्षा बिहार में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में होगी।
उधर भारतीय जनता पार्टी के पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने मज़ा लेते हुए कहा कि जनता परिवार एक परिवार तो है लेकिन इसके साथ जनता नहीं है।
कई राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो नई पार्टी में पुराने और दिग्गज नेताओं को किसी भी रूप में एक साथ लाना आसान नहीं होगा। क्योंकि मुलायम सिंह हो या लालू यादव, नीतीश हो या देवगौड़ा या फिर चैटाला परिवार, हर पार्टी के अपने अपने हित हैं।
ऐसे में इस पार्टी की उम्र कितनी लंबी होगी यह कहना मुश्किल है।
छह दलों की एक पार्टी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल, मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, हरियाणा की इंडियन नेशनल लोकदल, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा जनता दल सेक्यूलर और समाजवादी जनता पार्टी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी मुखिया लालू यादव को उम्मीद है कि एक साथ आने से दोनों पार्टियों के वोट एक साथ पड़ेंगे रहेंगे।