खबर लहरिया औरतें काम पर बेटवा न हुअय से करिन दूसर षादी

बेटवा न हुअय से करिन दूसर षादी

जिला फैजाबाद, ब्लाक पूराबाजार, गंव मांझा। हिंआ 6 जून 2014 का सलमा कै पति आाषिफ दूसर षादी कै लिहिन। अउर सलमा का मारत-पीटा थिन।
सलमा बताइन कि हमरे षादी का तीन साल होय गये हमरे दुई बिटिया बाटिन। लकिन हमार पति दूसर षादी कै लिहिन। हमरे ससुरालवाले खुष बाटे। कहाथे कि तुहका कवन तकलीफ बाय जवन कुछ चाही होये हमका बताइव हम देवाय दियब। हम कहेन कि हमरे रहत काहे दूसर षादी करा तौ कहिन अपने काम से काम रखा करा ज्यादा बोलबू तौ बहुत मारब। अब हमार कउनौ हक न रहे हमरे दुई बिटिया बाटिन उनकै का होये।
पति आषिफ बताइन कि हमार घर वाले एक बेटवा चाहत रहे यही से हम दूसर षादी कै लिहन लकिन सलमा का कउनौ तकलीफ ना हुअय दियब। लकिन सलमा हमसे रोज लड़ाई करा थिन। सास जमीलुनिषा बताइन कि हमरे परिवारवाले षादी से खुष बाटे। यहीसे हमार बेटवा दूसर षादी करिस। हमरे सब सलमा का बहुत मानीथी। कउनौ तकलीफ नाय हुअय दीत। सलमा कै अम्मा रूबीना बानों बताइन कि हमार बिटिया सलमा हुआ खुष बाटिन। यहीसे कउनौ बात नाय करा गवा फालतू लड़ाई-झगड़ा करै से कवन फायदा बाय। अब दूसर षादी कै लिहिन तौ काव करा जाय सकाथै।