4 जनवरी को पूरे देश में मिलाद-उन-नबी या बारावफात मनाया गया। इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने के बारहवें दिन को हज़रत मुहम्मद का जन्मदिन और मरण दिन – दोनों माना जाता है। ज़्यादातर शिया मुसलमान इस दिन शोक मनाते हैं पर दूसरी ओर सुन्नी मुसलमान खुशी मनाते हैं।
हालांकि इसे लेकर दोनों समुदायों में कुछ तनाव रहा है, इस बार लखनऊ और फैज़ाबाद में ये दिन शांतिपूर्वक गुज़रा। फैज़ाबाद में शासन-प्रशासन की कड़ी निगरानी में जुलूस निकाले गए।
मिलाद-उन-नबी के दिन लोग मस्जिदों में नमाज़ अदा करते हैं, कुरान पढ़ते हैं और एक दूसरे के घर जाते हैं। गरीबों और असहायों में कपड़े, खाना बांटा जाता है।
बारावफात रहा शानदार
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