नई दिल्ली। 11 मई को इंसाफ मांग रहे भगाणा गांव के सैकड़ों लोगों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर को घेरकर नारे लगाए। 23 मार्च को हरियाणा के भगाणा गांव की चार स्कूल जाने वाली दलित लड़कियों के साथ कुछ युवकों ने बलात्कार किया और दो दिन तक उन्हें बंदी बनाकर रखा। ये युवक ऊंची मानी जाने वाली जाट जाति के हैं।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा पर उन्हें कोई आश्वासन नहीं दिया गया है। पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया था। गांव के प्रधान और उसके बेटे, जिन्होंने दोषियों का सहयोग किया और लड़कियों के परिवारों को धमकियां दीं, उनके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया है। चारों लड़कियां अपने परिवारों के साथ इंसाफ मांगती दिल्ली के जंतर मंतर के बाहर 16 अप्रैल से धरने पर बैठी हैं पर अभी तक कोई मंत्री या अधिकारी उन से मिलने तक नहीं पहुंचा है।
प्रदर्शनकारियों और परिवारों की मांग है कि प्रधान राकेश और उसके बेटे को जेल हो और जल्द से जल्द मामले में सज़ा सुनाई जाए। साथ ही, लड़कियों को मुआवज़ा और उनके परिवारों को गांव से दूर बसाने का इंतज़ाम किया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि भगाणा में लंबे समय से दलितों का उत्पीड़न चल रहा है और इसलिए इन परिवारों का गांव वापस जाना अब बहुत मुश्किल है। गांव में पंचायतों में भी सब जाट समुदाय के लोग हैं जो इन परिवारों का जीना मुश्किल कर चुके हैं।
बलात्कार में कार्यवाही की मांग, धरने पर लोग
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