जिला चित्रकूट। यहां के धुस मैदान में एक सौ तिरपन सालों से रामलीला का आयोजन हो रहा है। खबर लहरिया पत्रकार ने इस रामलीला के सबसे चर्चित कलाकार बजरंग सिंह से बात की।
बजरंग दरअसल मुंबई जाकर फिल्मों में खलनायक बनना चाहते थे। लेकिन घर के हालात ऐसे नहीं थे कि वह इतना पैसा खर्च कर सकें। उन्होंने बताया कि फिर भी उन्होंने 1984 में एक फिल्म ‘समुद्र का बेटा’ में खलनायक की भूमिका के लिए इंटरव्यू दिया। वह चुने भी गए। लेकिन उनसे कहा गया कि शुरुआत में उन्हें मुंबई में अपना खर्च खुद चलाना होगा। इसलिए उन्हें फिल्मों में जाने का सपना छोड़ना पड़ा। लेकिन उनके अंदर एक कलाकार था, जो उन्हें कुछ करने के लिए लगातार उकसा रहा था।
1985 से अब तक बजरंग ने रामलीला में रावण, अहिरावण, कुंभकरण, हनुमान और सुग्रीव की भूमिका निभाई है। वे कहते हैं, ‘मेरा खलनायक बनने का सपना फिल्मों में न सही रामलीला में पूरा हुआ।’
फिल्मों में न सही रामलीला में बन गया खलनायक
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