लगभग साठ सालों के उनके योगदान के लिए वरिष्ठ अभिनेता और कुछ तिरान्बे फिल्मों में काम कर चुके शशी कपूर को ‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार’ से नवाज़्ाा गया। शशी कपूर ने हाल ही में 18 मार्च को अपना सतत्तरवां जन्मदिन मनाया था।
शशी कपूर को आज की पीढ़ी भी ‘दीवार’ फिल्म के उस एक दमदार डायलाॅग से याद करती है जब उन्होंने अमिताभ के किरदार को कहा था – मेरे पास मां है। शशी कपूर ने सिर्फ ऐक्टिंग ही नहीं की पर आगे जाकर कुछ फिल्मों का निर्देषण भी किया है।
सिनेमा का सबसे बड़ा सम्मान
हर साल फिल्मी दुनिया के किसी एक व्यक्ति को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जाता है। ये फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा सम्मान है जो पहली बार 1969 में अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था। इसे ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है जिसने फिल्मों की ओर महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
कंगना को राष्ट्रीय पुरस्कार
हर साल भारत के सभी राज्यों और भाषाओं की फिल्मों में से बेहतरीन फिल्मों को सरकार सम्मानित करती है। इस साल बेहतरीन हिरोइन का राष्ट्रीय पुरस्कार ‘क्वीन’ फिल्म के लिए कंगना रनाउत और बेहतरीन हीरो कन्नड फिल्मों के हीरो विजय को दिया जा रहा है। ‘मेरी काॅम’ को बेहतरीन फिल्म घोषित किया गया है।