केन्द्र सरकार ओरत की सुरक्षा के लाने बोहतई नियम कानून बनायें हे, पे ऊखो प्रदेश सरकार ओरतन के लाने सुरक्षा नई दे पाउत हे। महीना में लगभग पचास केस महिला के साथे मारपीट, छेड़खानी, दहेज से जुड़ो ओर बलात्कार जेसेे जुड़े होत हे, पे दस केस भी थाना में नई लिखे जात हे।
हम बात करत हे महोबा जिला की जोन सबसे पिछड़ा इलाका मानो जात हे। एसी जघा की ओरते आपने आप खा बोहतई असुरक्षा महसूस करत हे। काय से आय दिन ओरतन के साथे मारपीट, छेड़खानी ओर बलात्कार जेसे केस सामने आउत हे। ईखे कारन हे की गरीब ओरतन के साथे गांव के ही दबंग आदमी शोषण करो जात हे। अगर महिला न्याय के लाने थाना कोतवाली जात हे तो ऊखे डांट के भगा दओ जात हे। दबंग व्यक्ति कोनऊ नेता को साथे मिल के केस खा दबा दओ जात हे। जीसे महिला खा न्याय नईं मिल पाउत हे। ओर ऊ दर-दर की ठोकर खात फिरत रहत हे।
सवाल जा उठत हे की आखिर पुलिस सुरक्षा काय के लाने बनाई गई हे। न्याय के लाने जा फिर न्याय पायें खे दर-दर की ठोकर खाय के लाने। गरीब ओरतन के साथे एसो काय करो जात हे। का नियम कानून बनाये से ओरतन की सुरक्षा हो सकत हे। जभे महिला के सुरक्षा के लाने इत्ते कानून बने हे तो जिम्मेंदारी अधिकारी काय नई ध्यान देत हे। सरकार खा जिले मे जिम्मेदार अधिकारी खा ज्यादा से ज्यादा महिला केस लिख के कारवाही करें को आदेश दे। अगर जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही करत हे तो सरकार खा ऊखे खिलाफ कारवाही करें खा चाही? तभई जा समस्या दूर हो सकत हे।
प्रदेश मे महिलाओ के साथ बढ़त जात हे शोषण
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