नाइजीरिया। आतंकवादियों द्वारा लगभग तीन सौ स्कूली लड़कियों के अपहरण के तीन हफ्तों बाद नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने 4 मई को पहली बार घटना के बारे में बात की। उन्होंने लड़कियों के माता-पिता से अनुारोध किया कि वे खुलकर पुलिस को जानकारी दें। 15 अप्रैल को आतंकवादी गुट ‘बोको हराम’ के कुछ लोगों ने सोलह से अट्ठारह साल की स्कूली लड़कियों को स्कूल से अगवा कर लिया था। इनमें से दो सौ बीस लड़कियां अब भी लापता हैं।
5 मई को ‘बोको हराम’ के लीडर अबूबकर ने एक वीडियो के ज़रिए बताया कि उनके गुट ने लड़कियों को अगवा किया था क्योंकि लड़कियों को नौ साल की उम्र के बाद शादी करनी चाहिए, पढ़ाई नहीं। अबूबकर ने ये भी कहा कि वो इन लड़कियों को अब बेचने की सोच रहा है।
पूरी घटना ने दुनिया भर के देशों को हिला दिया है। नाइजीरिया में काम कर रहे अमेरिका के एक सरकारी कर्मचारी ने कहा कि ‘बोको हराम’ एक आतंकवादी गुट के रूप में और ताकतवर हो गया है। इसके पहले भी ‘बोको हराम’ ने धर्म के नाम पर आतंक फैलाया है। 2013 में नाइजीरिया के गुजबा इलाके में चालीस स्कूली छात्रों को स्कूल में घुसकर मारा था। उस ही साल एक कालेज में बयालिस लोग मारे गए थे जब इस गुट के लोगों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। मरने वालों में ज़्यादातर छात्र थे।
नाइजीरिया में दो सौ स्कूली छात्राओं का अपहरण
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