नई दिल्ली। देश में 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदुओं की संख्या में 0.7 प्रतिशत की कमी आई है। मुस्लिमानों की जनसंख्या की बढ़ोत्तरी की दर में कमी आई है। सरकार ने 25 अगस्त को धार्मिक आधार पर आबादी के आंकड़े जारी कर दिए हैं। यह आंकड़े 2001 से 2011 के बीच के हैं।
हिंदुओं की आबादी कुल आबादी का करीब अस्सी प्रतिशत है। आंकड़ों के मुताबिक देश की आबादी एक सौ इक्कीस करोड़ है। ईसाइयों की पौने तीन करोड़ से कुछ ज्यादा। जो देश की कुल अबादी के ढाई प्रतिशत से थोड़ा कम है। ईसाइयों की जनसंख्या वृद्धि दर करीब साढ़े पंद्रह प्रतिशत, सिखों की साढ़े आठ प्रतिशत, बौद्ध समुदाय की छह प्रतिशत और जैनों की करीब साढ़े पांच प्रतिशत रही। देश में ईसाई जनसंख्या हिंदू और मुस्लिम के बाद सबसे अधिक है।
2001 से 2011 तक जनसंख्या वृद्धि दर 17.7 प्रतिशत है
कुल आबादी 2011 में एक सौ इक्कीस करोड़
हिंदुओं की आबादी करीब सत्तानवे करोड़
मुस्लिमों की लगभग सत्रह करोड़
ईसाइयों की पौने तीन करोड़
सिखों की करीब दो करोड़