नई दिल्ली। चुनावों में कोई एक पार्टी को बहुमत ना मिलने के बाद, आखिर दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) कांग्रेस के साथ गठबंधन करके सरकार बनाने का निश्चय लिया। मंत्रियों ने 28 दिसंबर को शपथ ली और अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने।
हफ्ते भर दिल्ली की जनता से जन सभाओं के ज़रिए आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सरकार बनाने पर सुझाव मांगे। इन सबके बाद ही कांग्रेस के आठ विधायकों को जोड़कर सरकार बनाने का निर्णय लिया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस शर्तों पर समर्थन दे रही है। भारतीय जनता पार्टी्र ने कहा कि कांग्रेस से सर्मथन लेकर आम आदमी पार्टी ने लोगों के साथ धोखा किया है।
बदलावों का वादा
– दिल्ली में हर घर को सात सौ लीटर पानी रोज़ाना
– पार्टी के नेता और विधायकों को नहीं मिलेगी बत्ती वाली गाड़ी और पुलिस की सुरक्षा
– सिर्फ ऐसे नेताओं को मंत्री बनाने का वादा जिनके खिलाफ कोई कानूनी केस नहीं है