जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, कस्बा मटौंध। हेंया लगभग दस साल से गिरी परी साधन सहकारी समिति के ध्यान सहकारिता विभाग का अब आई है। 19 नवम्बर का समिति का मुआयना कइके धारा 37 (गोदाम के कागजात विभाग आपन कब्जा मा लई लेत है।) के तहत सील कई दीन गे है।
कस्बा के वार्ड नम्बर सात के इन्द्रगोपाल, सिद्ध गोपाल, रणधीर सिंह अउर अजय शुक्ला का कहब है-“बीस साल पहिले सोसाइटी बनी रहै। दस साल के बाद सहकारिता विभाग के अनदेखी से गांव के मड़इन के भूषा अउर नमक भरैं के काम आवत रहै। अब वा बिल्कुल ध्वस्त है। हर साल सहकारी समिति के साइन बोर्ड के रिपेरिंग अउर रंगाई पोताई कराके सोसाइटी चलैं के तारीख डाल दीन जात रहै। विभाग की लापरवाही के चलत हमैं मटौंध से बांदा (दूरी बीस किलो मीटर) कबरई (दूरी सत्रह किलो मीटर) या फेर पन्द्रह किलो मीटर दूर इचैली से प्राइवेट दुकान से खाद बीज ज्यादा कीमत मा खरीद के लावैं का परत है।
अपर जिला सहकारी अधिकारी सुरेन्द्र कुमार संखवार कहिन कि मटौंध सोसाइटी बनै का प्रस्ताव कृषि विभाग बांदा का दई दीनगा है। अबै खातिर मटौंध सोसाइटी के खाद बाटैं का जिम्मा बांदा गल्ला मण्डी का दीनगा है। मटौंध खातिर पचास टन खाद बांदा गल्ला मण्डी का दीन गा है।
दस साल बाद विभाग करिस मुआयना
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